नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) दवा कंपनी स्ट्राइड्स फार्मा साइंस ने सोमवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने एक अलग अनुबंध विकास एवं विनिर्माण इकाई ‘वनसोर्स’ बनाने के लिए समूह की इकाइयों के बीच नई व्यवस्था को मंजूरी दी है।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने स्ट्राइड्स फार्मा साइंस, स्टेरिसाइंस स्पेशलिटीज और स्टेलिस बायोफार्मा के बीच पुनर्गठन योजना को मंजूरी दी है। इसमें स्ट्राइड्स के सीडीएमओ कारोबार और स्टेरिसाइंस के सीडीएमओ व्यवसाय को स्टेलिस के तहत मिलाने का प्रस्ताव है।
इस योजना के तहत स्ट्राइड्स के अनुबंध विकास एवं विनिर्माण संगठन (सीडीएमओ) और सॉफ्ट जिलेटिन कारोबार को अलग कर दिया जाएगा। इसके अलावा स्टेरिसाइंस के सीडीएमओ व्यवसाय को भी अलग कर स्टेलिस का हिस्सा बनाया जाएगा।
कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल बायोलॉजिक्स, ओरल सॉफ्ट-जेल, जटिल इंजेक्शन, स्टेराइल इंजेक्टेबल्स जैसी जटिल दवा वितरण प्रणालियों में एक विशेष दवा अनुबंध विकास एवं विनिर्माण संगठन बनाने का इरादा रखता है।
स्ट्राइड्स फार्मा साइंस के कार्यकारी चेयरपर्सन एवं प्रबंध निदेशक अरुण कुमार ने कहा, ‘‘इस नई व्यवस्था के तहत कई कंपनियों का विलय एवं विभाजन हो रहा है लिहाजा हमें उम्मीद है कि राष्ट्रीय कंपनी एवं विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के माध्यम से यह कंपनी अगले 12 से 18 माह में बन जाएगी।’’
कंपनी को उम्मीद है कि नई कंपनी औषधि क्षेत्र की एक मजबूत सीडीएमओ कंपनी बनकर उभरेगी। उसे वनसोर्स का कारोबार वित्त वर्ष 2024-25 में 18-20 करोड़ डॉलर हो जाने की उम्मीद है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
अजय