(Suzlon Share Price, Image Source: The Economic Times)
Suzlon Share Price: आज, मंगलवार 1 अप्रैल 2025 को ग्लोबल स्टॉक मार्केट में मिले-जुले कारोबार देखने को मिला, जिसका असर भारत के शेयर बाजार पर भी पड़ा। BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी-50 दोनों ने नेगेटिव शुरुआत की। आज सुबह BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ खुले। जिसमें BSE सेंसेक्स में -1.80% की गिरावट आई यानी 1390.51 अंक की गिरावट के बाद सेंसेक्स 76,024.51 पर पहुंच गया। इसी तरह NSE निफ्टी में भी -1.50% की गिरावट आई यानी 353.65 अंक नीचे गिरकर निफ्टी 23,165.70 पर आ गया।
मंगलवार, 1 अप्रैल 205 को सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के स्टॉक में 1.45 फीसदी की गिरावट देखी गई। सुजलॉन एनर्जी का शेयर सुबह 55.50 रुपये पर खुले थे, यानी ट्रेडिंग शुरू होते ही शेयर की कीमत 55.50 रुपये थी। इसके बाद, सुजलॉने एनर्जी का शेयर 11:03 बजे तक दिन के ऊंचे स्तर 56.98 रुपये तक पहुंच गया यानी कुछ समय के लिए शेयर की कीमत बढ़ी। लेकिन फिर, इस शेयर में -1.45% की गिरावट आई और सुजलॉन एनर्जी का शेयर 55.84 रुपये पर कारोबार कर रहा था। यह गिरावट बाजार के बाक हिस्सों के साथ-साथ इस स्टॉक के लिए भी थी। इस शेयर का सबसे कम कीमत आज सुबह 55.11 रुपये तक भी पहुंची। जो आज का निम्नतम स्तर रहा। इसका मतलब यह रहा कि सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक में दिन के दौरान कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिले।
आज मंगलवार, 1 अप्रैल 2025 तक सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के स्टॉक का 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 86.04 रुपये था, जबकि इसका 52 सप्ताह का निचला स्तर 37.90 रुपये था। इसका मतलब यह है कि पिछले एक साल में इस शेयर की कीमत सबसे ऊंची 86.04 रुपये तक गई थी और सबसे कम 37.90 रुपये पर पहुंची थी।
टारगेट प्राइस यानी वह मूल्य जिस पर विश्लेषक को लगता है कि यह स्टॉक भविष्य में पहुंच सकता है, वह 71 रुपये है। इसका मतलब है कि, वर्तमान में 55.11 रुपये से लेकर 56.88 रुपये तक के मूल्य में ट्रेड हो रहे सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में अगले कुछ समय में 71 रुपये तक का संभावित उछाल हो सकता है, जो कि एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। वहीं, विशेषज्ञ का अनुमान है कि अगले दिन यदि बाजार की व्यापक दिशा सकारात्मक रहती है तो सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।