Tata Motors Share: ट्रंप की टैरिफ राहत से चमका टाटा का यह शेयर, निवेशकों में खरीदारी की लगी होड़ – NSE:TATAMOTORS, BSE:500570

Tata Motors Share: ट्रंप की टैरिफ राहत से चमका टाटा का यह शेयर, निवेशकों में खरीदारी की लगी होड़

Tata Motors Share: ट्रंप की टैरिफ राहत से चमका टाटा का यह शेयर, निवेशकों में खरीदारी की लगी होड़ – NSE:TATAMOTORS, BSE:500570

(Tata Motors Share, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: May 5, 2025 / 06:24 pm IST
Published Date: May 5, 2025 6:24 pm IST
HIGHLIGHTS
  • टाटा मोटर्स का शेयर 666.65 करोड़ पर पहुंचा, 1.56% की तेजी के साथ।
  • अमेरिका जेएलआर के लिए दूसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।
  • कंपनी 500 करोड़ रुपये तक के NCD दो किस्तों में जारी करेगी।

Tata Motors Share: टाटा समूह की कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर एक बार फिर काफी चर्चा में आ गया है। ट्रंप सरकार द्वारा कार आयात पर लगाए गए टैरिफ के कारण लगातार गिरावट में रहे यह शेयर अब तेजी पकड़ ली है। 5 मई को टाटा मोटर्स कंपनी का शेयर 1.56% उछल गया और 666.65 रुपये के इंट्रा डे हाई तक पहुंच गया। इस तेजी के पीछे कंपनी की एक खास रणनीति बताई जा रही है।

अमेरिका ने कारों की शिपिंग शुरू की

टाटा मोटर्स के लग्जरी ब्रांड जगुआर लैंड रोवर (JLR) ने अमेरिका में एक महीने के विराम के बाद फिर से कारों की शिपिंग प्रारंभ कर दी है। रॉयटर्स ने लंदन टाइम्मस के हवाले से बताया है कि 30 अप्रैल को जेएलआर ने पहली खेप भेजी। अप्रैल की शुरुआत में अमेरिका द्वारा 25% टैरिफ लगाने के कारण जेएलआर ने शिपमेंट रोक लगा दिया था। अमेरिका जेएलआर के लिए यूरोपीय संघ के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।

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कंपनी ने दी अहम जानकारी

जेएलआर के कहा कि, अमेरिका अब भी उसके लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। प्रवक्ता ने बताया कि भले ही टैरिफ अभी भी लागू हैं लेकिन कंपनी अल्पकालिक रणनीतियों पर काम कर रही है और दीर्घकालिक योजनाओं को विकसित कर रही है। मई में कंपनी पूरे साल के परिणामों को लेकर एक नया अपडेट दे सकती है।

फंड जुटाने की तैयारी

टाटा मोटर्स की Q4 FY25 में घरेलू और ग्लोबल बिक्री करीब 2.53 लाख यूनिट रही। कंपनी के बोर्ड ने 500 करोड़ रुपये तक के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD) जारी करने की मंजूरी दी है। ये डिबेंचर दो किस्तों में 7.08% सालाना ब्याज दर पर जारी होंगे।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।