नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) उद्योग जगत ने पहलगाम हमले में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि शांति और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वाले आतंकवादी हमलों से ‘बेहद कठोरता’ से निपटना चाहिए।
उद्योग मंडलों और प्रमुख उद्योगपतियों ने बुधवार को नागरिकों तथा सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि राष्ट्र ऐसे संकटों से निपटने के लिए बहुत मजबूत है। इससे आजीविका और आर्थिक गतिविधियों में बाधा नहीं आएगी।
कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस दुर्घटना में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
उद्योग मंडल सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि निर्दोष लोगों, मुख्य रूप से पर्यटकों को निशाना बनाकर की गई हिंसा की इस मूर्खतापूर्ण कार्रवाई से न सिर्फ कई जानें गईं, बल्कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए भी खतरा पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा, ”नागरिकों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इस तरह के आतंकवादी हमलों से पूरी गंभीरता के साथ निपटना चाहिए। राष्ट्र ऐसे संकटों से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है और इससे आजीविका तथा आर्थिक गतिविधियों में बाधा नहीं आएगी।”
फिक्की के अध्यक्ष हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा, ”हम इस भयानक हमले से बहुत सदमे में हैं और दुखी हैं, जिसने पूरे भारत में कई परिवारों को अथाह पीड़ा पहुंचाई है।”
उन्होंने कहा, ”इस दुख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों तथा उनके प्रियजनों के साथ हैं। राष्ट्रीय त्रासदी की इस घड़ी में पूरा देश केंद्र और राज्य सरकारों और अन्य लोगों के साथ एकजुट है।”
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। उन्होंने कहा, ”हर भारतीय के दिल में गहरा दुख है। भगवान हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। मेरी हार्दिक संवेदनाएं सभी मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ हैं।”
ओयो के संस्थापक और समूह सीईओ रितेश अग्रवाल ने एक्स पर लिखा, ”पहलगाम में जो कुछ हुआ, उसने हम सभी को झकझोर दिया है।” उन्होंने आगे लिखा, ”आज शोक मना रहे परिवारों के लिए, आपका दुख छिपा नहीं है। हम दुख में आपके साथ खड़े हैं।”
भाषा पाण्डेय रमण
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