तोमर ने कृषि शिक्षा को बहुविषयक, रोजगारोन्मुखी बनाने पर जोर दिया

तोमर ने कृषि शिक्षा को बहुविषयक, रोजगारोन्मुखी बनाने पर जोर दिया

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  • Publish Date - September 28, 2021 / 08:45 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कृषि शिक्षा प्रणाली को बहु-विषयक, बहुआयामी और रोजगारोन्मुखी बनाने पर जोर दिया।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा आयोजित राज्य कृषि विश्वविद्यालयों

के कुलपतियों के एक वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, तोमर ने कहा कि शिक्षा समाज

के हर क्षेत्र और क्षेत्र की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उन्होंने ‘शिक्षा प्रणाली को ‘बहु-विषयक, बहु-आयामी और रोजगार-उन्मुख बनाने’ पर भी जोर दिया।

यह कहते हुए कि विश्वविद्यालय की प्रगति और सफलता कुलपति (वीसी) के कंधों पर है, मंत्री ने कहा कि कुलपति का अध्ययन और अनुभव विश्वविद्यालय के छात्रों की सफलता की कुंजी है।

मंत्री ने देश को आवश्यक फसलों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में किसानों, कृषि वैज्ञानिक और सरकारी योजनाओं के अद्वितीय योगदान की भी सराहना की।

उन्होंने उल्लेख किया कि आईसीएआर ने वर्ष 1950 से वर्ष 2021 तक 5,885 फसल किस्में विकसित की हैं। पिछले सात वर्ष में, संस्थान ने कुल 1,656 फसल किस्में विकसित की

हैं, जिनमें से 1,359 किस्मों में प्रतिकूल जलवायु स्थिति को सहने की क्षमता है।

इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे भी मौजूद थीं।

अपने संबोधन में, आईसीएआर के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र ने कृषि विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न आईसीएआर संस्थानों द्वारा की गई प्रमुख उपलब्धियों को रेखांकित किया।

भाषा राजेश

राजेश महाबीर

महाबीर