TS Singhdev fills SIR form || Image- IBC24 News
TS Singhdev fills SIR form: अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव ने भी एसआईआर की प्रक्रिया में हिस्सा लेते हुए अपना फॉर्म भरा है। एसआईआर का फॉर्म भरवाने खुद बूथ लेवल अधिकारी यानी बीएलओ उनके घर पहुंचे थे। यह खबर इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि कांग्रेस पार्टी के साथ ही टीएस सिंहदेव भी SIR प्रक्रिया की मुखालफत कर चुके है। पिछले दिनों उन्होंने इस प्रक्रिया के माध्यम से सत्ताधारी दल भाजपा पर संभावित गड़बड़ी के आरोप भी लगाए थे।
दरअसल पिछले दिनों इस पूरे निर्वाचन शुद्धिकरण प्रक्रिया पर सवाल उठाया था। बस्तर दौरेके दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने SIR की प्रक्रिया को दूषित बताया। उन्होंने कहा था कि, वोट चोरी की बात को जितना जल्दी हो सके चुनाव आयोग को स्वीकार कर लेना चाहिए।
टीएस सिंहदेव ने SIR प्रक्रिया को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा था कि, आयोग ने इस पूरे प्रोसेस को बेहद कठिन बना दिया है। लोगों को SIR के तहत दस्तावेजों के फोटोकॉपी का गैर जरूरी खर्च उठाना पड़ेगा। साथ ही लोगों को अपनी फोटो खिंचवाने के लिए भी परेशान होना पड़ेगा। सिंहदेव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था, SIR के तहत सिर्फ उनका ही नाम अब वोटर लिस्ट में होगा, जो भाजपा को वोट देते हैं।
TS Singhdev fills SIR form: दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गुरुवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को ज्ञापन सौंपकर राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया। मौजूदा कार्यक्रम के तहत, बूथ स्तरीय अधिकारी(बीएलओ) चार नवंबर से चार दिसंबर तक घर-घर जाकर गणना फॉर्म वितरित कर रहे हैं। मसौदा मतदाता सूची नौ दिसंबर को प्रकाशित होने वाली है, दावे और आपत्तियां दर्ज करने की अवधि नौ दिसंबर से आठ जनवरी तक है। सुनवाई और सत्यापन 31 जनवरी तक होंगे तथा अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि पार्टी के एसआईआर निगरानी समिति के संयोजक और पूर्व राज्य मंत्री मोहन मरकाम के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चार नवंबर से चार दिसंबर 2025 के मध्य छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनिरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उक्त निर्धारित तिथि में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक मतदाताओं के बीच पहुंचकर गणना पत्रक तैयार कर पाने के लिए समय सीमा की कमी महसूस की जा रही है। चूंकि प्रदेश में वर्ष 2028 में विधानसभा चुनाव निर्धारित है, ऐसे स्थिति में पर्याप्त समय के साथ प्रमाणिक एवं सटिक डेटा उपलब्ध कराया जा सकता है।
TS Singhdev fills SIR form: कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा है कि छत्तीसगढ़ का अधिकांश भाग ग्रामीण, आदिवासी और वन क्षेत्रों से घिरा हुआ है। इन इलाकों में संपर्क सुविधाएं सीमित हैं तथा अनेक गांव दूरस्थ हैं जहां संचार या परिवहन की सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, ऐसे में लोगों तक निर्वाचन से जुड़ी सूचनाएं पहुंचने में समय लगता है। साथ ही इन क्षेत्रों के नागरिकों के पास अपने दस्तावेज़ (जैसे पहचान पत्र, निवास प्रमाण, आयु प्रमाण आदि) व्यवस्थित रूप से रखने या प्राप्त करने में स्वाभाविक कठिनाइयां होती हैं। इसलिए उन्हें अपने दस्तावेज़ जुटाने, सत्यापन कराने और नाम सम्मिलन /सुधार के लिए अधिक समय मिलना न्यायसंगत और आवश्यक है।