Amit Shah CG Visit. Image Source- CG DPR
रायपुरः Amit Shah CG Visit केंद्रीय गृहमंत्री ने बस्तर पहुंचकर डबल इंजन सरकार के नक्सवाद के सफाए का दावा दोहराया। शाह के इस बार के बस्तर दौरे का फोकस, नक्सल सफाया, सुरक्षा के साथ-साथ विकास और बस्तर की संस्कृति पर भी दिखा, लेकिन विपक्ष को ये सब रास नहीं आ रहा है। वो अब भी सरकार की मंशा पर, उनके एक्शन पर संशय जताते हुए सवाल उठा रहा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष ने बस्तर पहुंचने से पहले ही शाह के सामने बस्तर के युवाओं को 8 गारटियां देंगे। ये सवाल रख दिया तो क्या माना जाए इसे? एंटी नक्सल ऑपरेशन्स की सफलता सामने है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों की तादाद सामने है फिर सरकार की मंशा पर सवाल उठाना क्या बस्तर के युवाओं को रास आएगा?
Amit Shah CG Visit देश के गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर दौरे के दौरान 2026 मार्च तक नक्सलवाद के खात्में का दावा दोहराते हुए विरोधियों को जमकर आड़े हाथ लिया। बस्तर के युवाओं के बीच क्लीयर मैसेज दिया कि हथियार डालना ही समझदारी है। नक्सलियों को चेताया कि अगर शांति और संस्कृति को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश की तो सशस्त्र बल छोड़ेंगे नहीं। शाह ने प्रदेश विकास के लिए 4 लाख 40 हजार करोड़ देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा शुरु की। गृहमंत्री ने याद दिलाया कि बस्तर के सातों जिलों में सरेंडर किए नक्सलियों को मोदी सरकार ने घर आवास दिए, आदिवासी को अनाज, घरों में गैस, पीने का पानी, स्वास्थ्य बीमा की सौगात दी।
एक तरफ गृहमंत्री शाह ने प्रदेश की सरेंडर पॉलिसी की तारीफ कर प्रदेश सरकार की पीठ थपथपाई तो विपक्ष ने शाह से बस्तर के युवाओं को 8 गारंटी देने की मांग कर, , सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। शाह ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान रायपुर में नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की। दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की, जगदलपुर में बस्तर दशहरे में शामिल होकर मुरिया दरबार को लोकतंत्र के मूल्यों की संरक्षक बताया तो सरेंडर पॉलिसी के बहाने साय सरकार के कामों की जमकर ताऱीफ की। दूसरी तरफ विपक्ष ने आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन के मुद्दे पर सरकार से गारंटी मांगकर बस्तर और आदिवासी हितैषी होने का दम दिखाया? सवाल ये है कि विपक्ष के शाह से पूछे सवालों में दम है? क्या विपक्ष की शंकाएं जायज हैं?