सरकार के खिलाफ लामबंद हुए सहायक शिक्षक, निकले थे विधानसभा घेराव करने लेकिन लौटना पड़ा उल्टे पांव

Assistant teachers mobilized against the government

सरकार के खिलाफ लामबंद हुए सहायक शिक्षक, निकले थे विधानसभा घेराव करने लेकिन लौटना पड़ा उल्टे पांव
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 pm IST
Published Date: July 22, 2022 7:42 pm IST

रायपुरः Assistant teachers छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रदेश के कर्मचारी संगठन विधानसभा घेराव करने निकले। अपने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें सहायक शिक्षक फेडरेशन भी शामिल है। शुक्रवार को वेतन विसंगति को दूर करने की मांग पर अड़े प्रदेशभर के सहायक शिक्षक रायपुर के बूढा तालाब स्थित धरनास्‍थल पहुंचे। जैसे ही सहायक शिक्षक विधानसभा का घेराव निकले, वैसे सप्रे शाला मैदान के सामने पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए।

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Assistant teachers सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि सहायक शिक्षकों का 2018 में संविलियन के दौरान त्रुटिपूर्ण वेतनमान निर्धारण के कारण प्रदेश के एक लाख नौ हजार सहायक शिक्षक विसंगति युक्त वेतनमान से पीड़ित हैं, जिसे दूर करने के लिए बीते विधानसभा चुनाव पूर्व एवं चुनाव उपरांत कई बार मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित कई मंत्रियों, विधायकों एवं पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा उक्त वेतन द्वारा उक्त वेतन विसंगति को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया गया था।

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उन्होने बताया कि साथ ही 16 सितंबर 2021 को वेतन विसंगति दूर करने के संबंध में राज्य शासन द्वारा तीन महीने की अंतर्विभागीय कमेटी गठित की गई थी लेकिन आज तक भी उक्त कमेटी से सहायक शिक्षकों को वेतन विसंगति से निजात नही मिल सकी है।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।