Balrampur News: सड़क नहीं, मौत का गड्ढा! छत्तीसगढ़ के इस नेशनल हाइवे में धूल और गड्ढों का जाल, पैदल चलना भी बन गया खतरनाक, कोई भी कदम पड़ सकता है भारी, देखें
बलरामपुर जिले में NH-343 की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि 110 किलोमीटर का यह मार्ग गड्ढों और धूल के बादलों में खो गया है। धूल से ढके घर, उछलती गाड़ियाँ और बढ़ती बीमारियाँ लोगों को परेशान कर रही हैं जबकि शिकायतों के बाद भी कोई ठोस सुधार नज़र नहीं आ रहा।
Balrampur News / Image Source: IBC24
- NH-343 की सड़क पर गड्ढे और बेहद ख़राब हालत।
- बच्चों-बुजुर्गों में सांस और एलर्जी की बीमारियाँ बढ़ीं।
- शिकायतें, आंदोलन और आश्वासन के बावजूद कोई सुधार नहीं।
Balrampur News: बलरामपुर: बलरामपुर जिले में सड़कों की हालत इन दिनों इतनी खराब हो चुकी है कि लोग आम दिनों की आवाजाही भी भारी जोखिम उठाकर कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 343, जो अंबिकापुर से रामानुजगंज तक लगभग 110 किलोमीटर लंबा है, पूरी तरह जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। सड़क पर गड्ढों की संख्या इतनी अधिक है कि कहीं- कहीं ये पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि सड़क है कहां। स्थिति ये है कि पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है और वाहनों के लिए ये मार्ग किसी खतरे से कम नहीं।
NH-343 पर सिर्फ धूल ही धूल
राष्ट्रिय राजमार्ग 343 पर चलने वाला हर व्यक्ति धूल के बादल से जूझने को मजबूर है। सड़क की हालत ऐसी है कि बाइक या कार से गुजरते समय धूल का गुबार आंखों के आगे एक मोटा पर्दा खड़ा कर देता है। इससे दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ गई है। गड्ढों में उछलती-गिरती गाड़ियां, धूल से ढके मकान और लगातार उड़ते धूल के बादलों ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
लोगों का कहना है कि धूल की वजह से बच्चों और बुजुर्गों में सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़नी शुरू हो गई हैं। कई लोग खांसी, दमा, एलर्जी और आंखों में जलन की शिकायत लेकर अस्पतालों का रुख करने लगे हैं। सड़क इस हद तक खराब है कि कई बार लोग घर से बाहर निकलने से पहले भी सोचने पर मजबूर हो जाते हैं।
शिकायतें, आंदोलन और प्रदर्शन के बाद भी वही हाल
स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को लेकर कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने उठाया। कई बार आंदोलन, ज्ञापन व प्रदर्शन के बाद भी सिर्फ आश्वासन का ढेर मिला है, जबकि सड़क की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। क्षेत्रवासियों का कहना है कि समस्या हर साल बढ़ती जा रही है लेकिन जिम्मेदार विभागों की निष्क्रियता ने हालात को और बिगाड़ दिया है। लोगों ने आरोप लगाया कि सड़क पर उड़ती धूल, गड्ढे और जर्जर मार्ग उनकी परेशानी को बढ़ाते जा रहे हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से न तो कोई समयबद्ध योजना बनाई गई और न ही तुरंत कोई कार्रवाई की गई।
सड़क निर्माण का टेंडर
जब IBC24 की टीम ने मामले में एसडीएम से बात की, तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण का टेंडर जारी हो चुका है और जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि ये आश्वासन पहले भी कई बार दिया जा चुका है लेकिन जमीन पर काम नहीं दिख रहा। लोगों की मुख्य मांग है कि तत्काल प्रभाव से मरम्मत कार्य शुरू कराया जाए ताकि धूल और गड्ढों से राहत मिल सके। कई ग्रामीणों ने ये भी कहा कि सड़क बने बिना हादसों की संख्या और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगातार बढ़ती जाएंगी।
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