Big Anti Naxal Opration Chhattisgarh: छग में नक्सलियों के खिलाफ अबतक का सबसे बड़ा जॉइंट ऑपरेशन.. पहाड़ों पर जवान कर रहे IED की खुदाई, पढ़ें अपडेट
तेलंगाना और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों से हजारों की संख्या में जवानों को ऑपरेशन में तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों का लक्ष्य माओवादी नेटवर्क को कमजोर करना और इलाके में शांति बहाल करना है।
Big Anti Naxal Operation Chhattisgarh || Image- IBC24 News File
- बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त अभियान जारी।
- करेगुट्टा पहाड़ पर ड्रोन-सैटेलाइट से निगरानी, 100 से अधिक IED बरामद।
- CRPF, DRG, STF, कोबरा और ग्रेहाउंड फोर्स समेत हजारों जवान ऑपरेशन में तैनात।
Big Anti Naxal Operation Chhattisgarh: बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त अभियान शुरू किया है। तेलंगाना की सीमा से लगे उसूर थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में यह ऑपरेशन पिछले 30 घंटे से जारी है।
सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों द्वारा बड़े स्तर पर लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को देखते हुए सुरक्षा बल बेहद सतर्कता से आगे बढ़ रहे हैं। अब तक 100 से अधिक आईईडी मिलने की बात सामने आई है, जिन्हें जवानों को निशाना बनाने के मकसद से बिछाया गया था। फिलहाल इलाके में बारूदी सुरंगों को हटाने का काम जारी है।
Big Anti Naxal Operation Chhattisgarh: ऑपरेशन का सेंटर पॉइंट करेगुट्टा पहाड़ है। यह तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है। खुफिया जानकारी के अनुसार, इस इलाके में माओवादियों के कई शीर्ष कमांडर और कैडर मौजूद हैं। सुरक्षा बलों ने ड्रोन और सैटेलाइट के जरिए इलाके पर लगातार निगरानी रखी हुई है।
इस अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF), कोबरा बटालियन और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र से भी सी-60 कमांडो इस ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं।
Big Anti Naxal Operation Chhattisgarh: तेलंगाना और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों से हजारों की संख्या में जवानों को ऑपरेशन में तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों का लक्ष्य माओवादी नेटवर्क को कमजोर करना और इलाके में शांति बहाल करना है।

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