Bijapur IED Blast Palnning: जहां ब्लास्ट हुआ वहां से 600 मीटर दूर बैठे थे नक्सली.. काफिले के सेकेण्ड लास्ट गाड़ी के नीचे किया धमाका, पेड़ को बनाया था टारगेट प्वाइंट..
शहीद जवानों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह हमला लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर हमला है। उन्होंने इस मौके पर शहीद जवानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
Bijapur IED Blast Palnning revealed | Image- IBC24 News File
Bijapur IED Blast Palnning revealed : बीजापुर। सोमवार का दिन बस्तर पुलिस के लिए एक काला अध्याय बन गया, जब नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक को अंजाम दिया। इस हमले में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के 8 जवान शहीद हो गए। साथ ही, स्कॉर्पियो वाहन के चालक की भी जान चली गई।
विस्फोट की सुनियोजित साजिश
घटना बीजापुर जिले के अंबेली गांव के पास हुई, जहां नक्सलियों ने शक्तिशाली आईईडी विस्फोट किया। बताया जा रहा है कि इस हमले के लिए नक्सलियों ने करीब 70 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल किया। उनका ट्रिगर प्वाइंट घटना स्थल से लगभग 600 मीटर दूर तैयार किया गया था, और वे झाड़ियों व पेड़ों में छिपे हुए थे।
Bijapur IED Blast Palnning revealed : सुरक्षाबलों का काफिला नौ वाहनों में सवार था। जैसे ही आठवीं गाड़ी, स्कॉर्पियो, पेड़ के पास पहुंची, नक्सलियों ने जोरदार विस्फोट कर दिया। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि गाड़ी के हिस्से पेड़ की ऊंचाई तक जा पहुंचे, और जवानों के हथियार व सामान दूर-दूर तक बिखर गए।
आरओपी की चूक पर सवाल
हमले के बाद घटनास्थल से करीब 600 मीटर लंबा तार और बैटरी बरामद हुई। घटनास्थल के कुछ घंटों पहले रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) ने क्षेत्र का निरीक्षण किया था, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने सुरक्षा का दायरा पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं किया। यह बड़ी चूक सुरक्षाबलों के लिए घातक साबित हुई।
डीजीपी और सीआरपीएफ अधिकारियों का घटनास्थल दौरा
Bijapur IED Blast Palnning revealed : छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और सीआरपीएफ महानिदेशक वितुल कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर हमले की साजिश और विस्फोटक सामग्री का अध्ययन किया।

शहीद जवानों को श्रद्धांजलि
इस हमले में शहीद हुए जवानों में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के चार-चार जवान शामिल थे। स्कॉर्पियो चालक तुलेश्वर राणा भी शहीद हो गए। शहीद जवानों में कोरसा बुधराम, सोमडू वेंटिल, दुम्मा मड़काम, बमन सोढ़ी, हरीश कोर्राम, पंडरू पोयम, सुदर्शन वेटी और सुभरनाथ यादव शामिल हैं।
राज्यभर में शोक, राजकीय सम्मान से विदाई
Bijapur IED Blast Palnning revealed : शहीद जवानों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह हमला लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर हमला है। उन्होंने इस मौके पर शहीद जवानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। यह कायराना हमला हमारे जवानों के अदम्य साहस को कमजोर नहीं कर सकता। हमारी सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मार्च 2026 तक नक्सलवाद का अंत सुनिश्चित किया जाएगा।”
शहीदों के बलिदान को युगों तक याद रखा जाएगा
Bijapur IED Blast Palnning revealed : वरिष्ठ अधिकारी विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली हमले उनके हताशा का परिणाम हैं। उन्होंने लिखा, “यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। वीर जवानों के अदम्य साहस और बलिदान को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। हम शांति और प्रगति के लिए इस अंधकार को मिटाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।”
नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प
सरकार और सुरक्षाबल इस हमले को नक्सलियों के खिलाफ अपने मिशन को तेज करने का कारण मान रहे हैं। जवानों की शहादत का सम्मान करते हुए, नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं।

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