Bilaspur Conversion Case: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर बवाल! बिलासपुर में 6 महीने में 30 केस, सियासत गरमाई, क्या बनेगा सख्त कानून?

Bilaspur Conversion Case: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर बवाल! बिलासपुर में 6 महीने में 30 केस, सियासत गरमाई, क्या बनेगा सख्त कानून? Bilaspur News

Bilaspur Conversion Case: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर बवाल! बिलासपुर में 6 महीने में 30 केस, सियासत गरमाई, क्या बनेगा सख्त कानून?

Bilaspur Conversion Case/Image Source: IBC24

Modified Date: July 21, 2025 / 05:12 pm IST
Published Date: July 21, 2025 5:12 pm IST
HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर सियासी संग्राम,
  • बिलासपुर से बस्तर तक बढ़ी घटना,
  • बढ़ती घटनाओं ने बढ़ाई पुलिस की चुनौती,

बिलासपुर: Bilaspur News: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामलों को लेकर इस समय हंगामा मचा हुआ है। प्रदेश के अलग- अलग जिलों से लगातार सामने आ रहे धर्मांतरण के मामलों ने माहौल को गरमा दिया है। हिंदू संगठन जहां धर्मांतरण के विरोध में सक्रिय नजर आ रहे हैं वहीं सियासी पारा भी धर्मांतरण को लेकर गरमाया हुआ है। इधर बढ़ते धर्मांतरण के मामले और मचे बवाल के बीच पुलिस की भी चुनौती बढ़ गई है।

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Bilaspur Conversion Case: धर्मांतरण को लेकर पहले से ही छत्तीसगढ़ सियासत के केंद्र में रहा है। लेकिन सूबे में भाजपा की सरकार आने के बाद जिस तरह धर्मांतरण के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। कई जिलों को धर्मांतरण का हब कहा जाने लगा है। बस्तर से लेकर जशपुर तक खास तौर पर शहरी क्षेत्र भी अब धर्मांतरण के हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। हालहि में भिलाई और बिलासपुर में सामने आए मामले इसके ताजा उदाहरण हैं। अकेले न्यायधानी बिलासपुर में ही बीते 6 माह में 30 से ज्यादा ऐसे मामलों पर हंगामा मचा है, जिसमें प्रार्थना सभा के आड़ में धर्मांतरण के न केवल आरोप लगे हैं बल्कि आपराधिक मामले भी दर्ज हुए हैं। हिंदू संगठन बाकायदा टास्क टीम गठित कर धर्मांतरण के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं, दबिश दे रहे हैं और इसका पर्दाफाश कर रहे हैं।

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Bilaspur Conversion Case: हालांकि कई जगहों पर हिंदू संगठनों पर इसके आड़ में गुंडागर्दी करने के भी आरोप लगे हैं। लेकिन हिन्दू संगठन इसे सनातन के खिलाफ षडयंत्र बताते रहे हैं। हिंदू संगठनों का कहना है, धर्मांतरण का खेल सुनियोजित तरीके से चल रहा है, मिशनरियों का पूरा गैंग इसके पीछे लगा हुआ है। फिर से देश को गुलाम बनाने की साजिश चार रही है और सरकार इसपर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। हिंदू संगठनों की इस सक्रियता और बढ़ते धर्मांतरण के मामलों के बीच कार्रवाई को लेकर पुलिस की भी चुनौती बढ़ गई है। हालांकि, धार्मिक स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत पुलिस ऐसे मामलों में कार्रवाई कर रही है।

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Bilaspur Conversion Case: इधर धर्मांतरण को लेकर सियासी पारा भी गरम है। प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण के मामलों के लिए कांग्रेस, राज्य की भाजपा सरकार को जिम्मेदार बता रही है। कांग्रेस नेता कह रहे हैं बीते 15 साल और अभी वर्तमान में प्रदेश में भाजपा की सरकार है। बावजूद इस पर रोक नहीं लग रहा है न ठोस कार्रवाई हो रही है। बीजेपी केवल प्रोपगेंडा के लिए ऐसे मुद्दों का इस्तेमाल कर रही है। असल में हर किसी को अपने मुताबिक धर्म का पालन व धार्मिक आयोजन करने का अधिकार है। हालांकि धर्मांतरण के सामने आ रहे मामले और कांग्रेस के इन आरोपों के बीच डिप्टी सीएम अरुण साव इसे लगातार हो रही कार्रवाई से जोड़ रहे हैं। उनका कहा है आज प्रदेश में लगातार कार्रवाई हो रही है। इसलिए मामले उजागर हो रहे हैं। कांग्रेस सरकार में धर्मांतरण करने को लेकर खुली छूट दी गई थी। आज अवैध धर्मांतरण पर नकेल कसी जा रही है।

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Bilaspur Conversion Case: बहरहाल धर्मांतरण को लेकर हंगामा जारी है। सियासी आरोप प्रत्यारोप जमकर हो रहे हैं। लेकिन हर बार की तरह सवाल वही है कि क्या वाकई में सामने आ रहे मामले धर्मांतरण से जुड़े हैं। प्रदेश में इसे लेकर कोई कठोर कानून बनेगा या फिर इसी तरह केवल सियासी हल्ला मचता रहेगा।


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लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।