Bilaspur News: छत्तीसगढ़ में 1.09 करोड़ की ठगी, रिटायर्ड कर्मचारी को CBI का डर दिखाकर किया डिजिटल अरेस्ट, फिर तीन महीने तक…

Bilaspur News: छत्तीसगढ़ में 1.09 करोड़ की ठगी, रिटायर्ड कर्मचारी को CBI का डर दिखाकर किया डिजिटल अरेस्ट, फिर तीन महीने तक...

Bilaspur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • डिजिटल अरेस्ट का सनसनीखेज मामला,
  • रिटायर्ड कर्मचारी से 1.09 करोड़ की ठगी,
  • CBI अधिकारी बनकर 1.09 करोड़ की ठगी,

बिलासपुर: Bilaspur News:  बिलासपुर में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का गंभीर मामला सामने आया है। रिटायर्ड SECL कर्मचारी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने 1 करोड़ 9 लाख रुपए की ठगी की है। ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर तीन महीने तक रिटायर्ड कर्मचारी को डिजिटल अरेस्ट में रखा। घटना का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित का बेटा घर लौटा और पिता ने पूरी आपबीती बताई। इसके बाद बुजुर्ग ने सरकंडा थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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Bilaspur News:  दरअसल, मोपका पाटलीपुत्र कॉलोनी निवासी पुरुषोत्तम दुबे SECL के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। बीते जनवरी को ठगों ने उन्हें अज्ञात नंबर से फोन किया। बातचीत के दौरान ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए आरोप लगाया कि, नौकरी के दौरान उन्होंने गड़बड़ी की थी। वीडियो कॉल पर पूछताछ के बाद जालसाजों ने उन्हें जांच से बचाने के नाम पर लगातार रुपये जमा करने का दबाव बनाया। इस दौरान पीड़ित ने जनवरी से मार्च के बीच अलग-अलग खातों में करीब एक करोड़ नौ लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित बुजुर्ग को ठगों ने उन्हें धमकी भी दी थी कि, किसी को इस मामले की जानकारी न दें। बेटे के विदेश में रहने की वजह से उन्होंने किसी से मदद भी नहीं मांगी। कुछ महीने बाद जब पीड़ित का बेटा घर लौटा तो पूरा मामला सामने आया।

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Bilaspur News:  पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत सरकंडा थाने में दर्ज कराई है जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि बिलासपुर में यह डिजिटल अरेस्ट और ठगी का कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है जिसमें लोग अपनी जमा पूंजी को ऐसे फर्जी फोन कॉल के झांसे में आकर गवा चुके हैं। देखना होगा शिकायत के बाद अब पुलिस इन आरोपियों तक कब तक पहुंच पाती है।

"डिजिटल अरेस्ट क्या होता है?"

डिजिटल अरेस्ट एक फर्जी तकनीक है जिसमें साइबर ठग खुद को सरकारी अधिकारी बताकर व्यक्ति को डराते हैं और उन्हें जांच या कार्रवाई के नाम पर फोन/वीडियो कॉल पर नजरबंद कर पैसे ठगते हैं।

"डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचा जा सकता है?"

किसी भी अनजान कॉल पर सरकारी अधिकारी होने का दावा करने वालों से सावधान रहें। कोई भुगतान न करें और तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।

"अगर किसी ने डिजिटल अरेस्ट की धमकी दी है तो क्या करें?"

ऐसे मामलों में तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें और पूरी जानकारी दें।

"CBI officer बनकर ठगने वाले कॉल्स की शिकायत कैसे करें?"

ऐसी फर्जी कॉल्स की शिकायत आप www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं या साइबर हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं।

"बिलासपुर डिजिटल अरेस्ट केस में पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?"

सरकंडा थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, और साइबर टीम को ट्रैकिंग का जिम्मा सौंपा गया है।