Bilaspur Fraud News: ‘बिना एंट्रेस एग्जाम मिलेगा डायरेक्ट एडमिशन’.. विज्ञापन देख फंसा व्यापारी, कॉलेज में बेटी के दाखिले के नाम पर ठग लिए 30 लाख रुपये

इस भरोसे पर व्यापारी ने बैंक ट्रांसफर और नगद मिलाकर करीब 30 लाख रुपये एडमिशन और डोनेशन के नाम पर जमा करा दिए। लेकिन एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने की जगह आरोपी लगातार नए बहाने बनाते रहे।

Bilaspur Fraud News || Image- IBC24 NEWS File

HIGHLIGHTS
  • व्यापारी से 30 लाख की ठगी
  • डायरेक्ट एडमिशन का झांसा देकर धोखा
  • पुलिस ने ठगों पर केस दर्ज किया

Bilaspur Fraud News: बिलासपुर: शहर के एक व्यापारी से 30 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। बेटे को नामी कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगों ने उन्हें ठगी का शिकार बनाया है। शिकायत पर पुलिस ने ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

सिविल लाइन थाने का मामले

मामला, सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है, जहां व्यापार विहार क्षेत्र के रहने वाले व्यापारी हेमंत मोदी ने एक विज्ञापन देखा। जिसमें बिना किसी एंट्रेंस एग्जाम के नामी कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन दिलाने का दावा किया गया था। व्यापारी ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया। उसे गौरव झा और उसके बॉस विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज ने मिलने बुलाया। दोनों ने खुद को पुणे की चोंढे ग्रुप एजुकेशन कंसल्टेंसी का प्रतिनिधि बताया और हंड्रेड परसेंट एडमिशन की गारंटी दी।

ठगों के खिलाफ केस दर्ज

Bilaspur Fraud News: इस भरोसे पर व्यापारी ने बैंक ट्रांसफर और नगद मिलाकर करीब 30 लाख रुपये एडमिशन और डोनेशन के नाम पर जमा करा दिए। लेकिन एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने की जगह आरोपी लगातार नए बहाने बनाते रहे। जब कोई कन्फर्मेशन लेटर या कॉलेज से मेल नहीं आया और मोबाइल नंबर बंद मिले, तब व्यापारी को ठगी का अहसास हुआ। मामले में व्यापारी ने शिवम शर्मा उर्फ गोपी कृष्णा, विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज, गौरव झा, आर्यन अग्रवाल और विराज चोंढे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस के ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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Q1. बिलासपुर ठगी का मामला किस इलाके का है?

A1. यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के व्यापार विहार इलाके का बताया जा रहा है।

Q2. व्यापारी से कितनी रकम की ठगी हुई?

A2. व्यापारी से लगभग 30 लाख रुपये एडमिशन और डोनेशन के नाम पर ठगे गए।

Q3. आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है?

A3. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।