Bilaspur Memu Train Accident Update: बिलासपुर मेमू हादसे पर बड़ा अपडेट.. जबरन छुट्टी पर भेजे गये रेलवे के ये सीनियर अधिकारी.. जानें क्या थी इनकी भूमिका

Bilaspur Memu Train Accident Update: प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसा या तो सिग्नलिंग सिस्टम की त्रुटि या फिर मानवीय गलती के कारण हुआ हो सकता है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।

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  • Publish Date - November 17, 2025 / 10:05 AM IST,
    Updated On - November 17, 2025 / 10:05 AM IST

Bilaspur Memu Train Accident Update || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • बिलासपुर मेमू हादसे में बड़ा प्रशासनिक एक्शन
  • सीनियर रेलवे अधिकारी जबरन छुट्टी पर भेजे गए
  • जांच समिति ने कारणों की पड़ताल शुरू की

Bilaspur Memu Train Accident Update: बिलासपुर: इसी महीने के 4 नवम्बर को बिलासपुर जिले के गतौरा के पास हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। रेलवे विभाग की तरफ से जारी जाँच के बीच एक सीनियर अफसर को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह अधिकारी रेल विभाग के डीओपी एम आलम है। एम आलम ने ही मेमू के ऑपरेशन में लोको पायलट की ड्यूटी लगाई थी। वही एम आलम के पद पर टीआरडी विवेक कुमार को तैनात किया गया है।

Bilaspur Train Accident Hindi News: कैसे और कब हुआ था पूरा हादसा

बता दें कि, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 4 नवंबर को हुए भीषण रेल हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था। गतौरा-लालखदान ओवरब्रिज के बीच शाम करीब 4:10 बजे हुई इस दुर्घटना में गेवरारोड-बिलासपुर एमईएमयू लोकल ट्रेन खड़ी मालगाड़ी से जा टकराई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एमईएमयू ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए, जिससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। हादसे के तुरंत बाद रेलवे प्रशासन, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। इस भीषण टक्कर में अब 14 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है।

Rail Accident in Chhattisgarh News: हादसे का कारण क्या था?

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसा या तो सिग्नलिंग सिस्टम की त्रुटि या फिर मानवीय गलती के कारण हुआ हो सकता है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। घटना की जांच के लिए रेलवे ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें सुरक्षा और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। टीम ने ट्रैक, सिग्नलिंग उपकरण और इंजन रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि हादसे के समय ट्रेन किस गति से चल रही थी, क्योंकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के वक्त ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी।

Bilaspur Rail Hadsa News: प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती

हादसे के चश्मदीद यात्रियों ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि कुछ डिब्बे पलट गए और यात्री अंदर फंस गए थे। कई लोगों ने डर के मारे चलती ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। राहत टीमों ने गैस कटर की मदद से ट्रेन के दरवाजे काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने मिलकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जिससे कई लोगों की जान बच सकी।

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Q1. बिलासपुर मेमू ट्रेन हादसा कब और कैसे हुआ था?

दुर्घटना 4 नवंबर को गतौरा-लालखदान के बीच मेमू ट्रेन मालगाड़ी से टकराने से हुई।

Q2. हादसे में कितने लोगों की मौत और घायल हुए?

अब तक 14 लोगों की मौत और लगभग 20 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं।

Q3. हादसे का कारण क्या माना जा रहा है?

प्रारंभिक जांच में सिग्नलिंग त्रुटि या मानवीय गलती को संभावित कारण माना गया है।