NIA raids against PFI
रायपुर: BJP Leader Murder in Bastar छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में नक्सलियों का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। नक्सली लगातार भाजपा नेताओं को निशाना बना रहे हैं। बीते दिनों भी नक्सलियों ने एक भाजपा नेता को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं, अब भाजपा नेताओं की हत्या के मामले की जांच के लिए DGP ने NIA को पत्र लिखा है। लेकिन इस पत्र को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है।
BJP Leader Murder in Bastar NIA को पत्र लिखे जाने के मामले को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि BJP को हमारे जांच पर विश्वास नहीं इसलिए DGP ने NIA को पत्र लिखा गया है। अब BJP NIA से जांच करा लें। सीएम भूपेश बघेल के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा है कि केंद्र की जांच एजेंसियों पर कांग्रेस का विश्वास जागृत हुआ है। पहले कांग्रेस NIA की जांच पर प्रश्नचिन्ह लगाती थी। यदि कांग्रेस को झीरमघाटी में शहीद हुए नेताओं के प्रति श्रद्धा है, तो झीरम घाटी से जुड़े दस्तावेज सार्वजानिक करें।
मामले में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा है कि राजनीतिक हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने एनआईए को डीजी के द्वारा लिखे गए जांच पत्र के सार्वजनिक होने पर भी सवाल उठाया है। वहीं, पूर्व सीएम रमन सिंह ने पत्र लिखे जाने को लेकर कहा है कि अपना पल्ला झाड़ने NIA को पत्र लिख रहे हैं। CM का अचानक NIA के प्रति मोह जागृत हुआ है। जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा वापस ली जा रही है, CM का दोहरा चरित्र सामने आया है।
वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी के 16 लाख लोगों को PM आवास मिलने के आरोप पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर 16 लाख का आंकड़ा आया कहां से? आंकड़ा 2001 या 2011 की जनगणना की है? जनगणना नहीं होने पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि देश में गरीबों की संख्या बढ़ गई है, इसलिए केंद्र जनगणना नहीं करा रही है। जनगणना के लिए केंद्र नाटक- नौटंकी कर रही है। रमन सिंह को जनगणना की मांग करनी चाहिए।