CG New Chief Secretary Vikas Sheel
CG New Chief Secretary Vikas Sheel: रायपुर: IAS विकास शील का छत्तीसगढ़ का अगला चीफ सेक्रेटरी बनना लगभग तय हो चुका है। विकास शील 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। छत्तीसगढ़ में कई जिलों के कलेक्टर रह चुके IAS विकास शील को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहली पसंद माना जा रहा है। यही कारण है कि सीएम साय के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने भारत सरकार को पत्र भेजकर विकास शील को एडीबी मनीला से वापस बुलाने की मांग की है।
दरअसल, 30 सितंबर को वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। उन्हे तीन महीने का एक्सटेंशन जून में मिला था जो कि अब खत्म हो जाएगा। लेकिन यह माना जा रहा है कि 30 सितंबर से पहले ही विकास शील को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाने का आदेश जारी हो जाएगा। सूत्रों की माने तो विकास शील को चीफ सेक्रेटरी बनाने की महज एक औपचारिकता शेष है। जानकारी यह भी मिली है कि बीते दिनों आईएएस विकास शील ने सीएम विष्णुदेव साय से फोन पर बात कर मुख्य सचिव के लिए उन्हें चुनने के लिए आभार भी जताया है।
आपको बता दें, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव के लिए कई महीने से काफी चर्चाएं चल रही थीं। इसी बीच विकास शील को मुख्य सचिव बनाए जाने की खबरें सामने आईं। बताया जा रहा है कि विकास शील, प्रदेश के मुख्य सचिव के पद के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहली पसंद हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विकास शील को मनीला से वापस बुलाने केंद्र सरकार को पत्र भेजने का निर्देश दिया था। एक सप्ताह पहले इसके लिए जीएडी ने डीओपीटी को पत्र भेजा था।
वहीं छत्तीसगढ़ सरकार के पत्र के बाद केंद्र ने प्रक्रिया शुरू की। बीते 12 सितंबर को डीओपीटी ने एशियाई विकास बैंक मनीला में कार्यरत विकास शील को वापस बुलाने पत्र भेजा और अगले ही दिन 13 सितंबर को विकास शील को वहां से रिलीव कर दिया गया। जल्द ही उनकी दिल्ली वापसी होगी और फिर भारत सरकार उन्हें प्रतिनियुक्ति से छत्तीसगढ़ भेजने का आदेश जारी करेगी। इसके बाद विकास शील रायपुर लौटकर बतौर एडिशनल चीफ सिकरेट्री ज्वाईनिंग देंगे। इसके बाद 29 या 30 सितंबर को चीफ सेक्रेटरी बनाने का आदेश जारी किया जाएगा।
CG New Chief Secretary Vikas Sheel, अब चर्चाओं का बाज़ार गर्म है कि छत्तीसगढ़ में 30 सितंबर से पहले ही विकास शील को नया मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। हालांकि, सरकार की ओर से अब तक कोई औपचारिक संकेत नहीं मिला है और न ही किसी तरह की जल्दबाजी दिखाई दे रही है।
ब्यूरोक्रेसी का एक वर्ग मानता है कि चूंकि विकास शील के नाम की चर्चा पखवाड़े भर पहले ही वायरल हो चुकी है, इसलिए उनकी नियुक्ति की संभावना पहले भी बन सकती है। सामान्य तौर पर मुख्य सचिव और डीजीपी की पोस्टिंग का आदेश एक-दो दिन पहले ही जारी होता है। मगर इस साल जुलाई में पहली बार बिहार में ऐसा हुआ था, जब वहां मुख्य सचिव का आदेश पूरे एक महीने पहले जारी कर दिया गया था।
वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन की रिटायरमेंट में अभी 13 दिन शेष हैं। सरकार चाहें तो उन्हें समय से पहले भी रिटायर कर सकती है, लेकिन पौने पांच साल तक मुख्य सचिव रहे वरिष्ठ अफसर को अचानक विदाई देने की संभावना कम है। माना जा रहा है कि उन्हें 30 सितंबर को ही औपचारिक विदाई दी जाएगी।
आईएएस विकास शील गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर के 1994 बैच के अधिकारी हैं। उनका जन्म 10 जून 1969 को हुआ। वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, लेकिन बाद में उनका परिवार उत्तराखंड के गढ़वाल में बस गया। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई और एमई की डिग्री हासिल की।
विकास शील ने 4 सितंबर 1994 को आईएएस ज्वॉइन किया। छत्तीसगढ़ में कई अहम पदों पर काम करने के बाद वे 2018 से केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर हैं। जनवरी 2024 से वे एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी), मनीला में कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्यरत थे। अब वे वहां से रिलीव होकर राज्य लौट रहे हैं।
विकास शील की पत्नी निधि छिब्बर भी 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और छत्तीसगढ़ कैडर से ही हैं। वे हरियाणा की मूल निवासी हैं। हाल ही में मई 2025 से उन्हें नीति आयोग में विकास निगरानी एवं मूल्यांकन कार्यालय (डीएमईओ) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वे भी अब छत्तीसगढ़ लौट रही हैं।
शुरुआत में विकास शील मध्यप्रदेश कैडर में थे। विभाजन के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला। मध्यप्रदेश काल में वे कटघोरा और जांजगीर के एसडीएम रहे। नवंबर 2000 के बाद छत्तीसगढ़ में उन्होंने कोरिया, बिलासपुर और रायपुर जिले में कलेक्टर के रूप में कार्य किया।
बाद में वे स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव रहे। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान वे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, और जल शक्ति मंत्रालय में जल जीवन मिशन के मिशन निदेशक रहे। जनवरी 2024 में उन्हें एडीबी, मनीला में कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया था, हालांकि छत्तीसगढ़ का मुख्य सचिव बनाए जाने के लिए उन्हें डेढ़ साल पहले ही वापस बुला लिया गया।
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