Chhattisgarh naxal attack : जब एक साथ 400 नक्सलियों ने BGL किया था हमला, शहीद हुए थे 22 जवान

Chhattisgarh naxal attack : 22 soldiers were martyred in Tarrem, Bijapur On 2021

Chhattisgarh naxal attack : जब एक साथ 400 नक्सलियों ने BGL किया था हमला, शहीद हुए थे 22 जवान

Chhattisgarh naxal attack

Modified Date: April 26, 2023 / 04:19 pm IST
Published Date: April 26, 2023 4:19 pm IST

दंतेवाड़ाः Chhattisgarh naxal attack  छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों पर एक बार फिर बड़ा नक्सली हमला हुआ है। नक्सलियों ने डीआरजी (ज़िला रिजर्व गार्ड) के जवानों को ले जा रहे एक वाहन पर IED ब्लास्ट किया है। इस हमले में DRG के 10 जवान शहीद हो गए हैं। इनके अलावा इनकी गाड़ी के ड्राइवर की भी हमले में मौत हुई है।

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Chhattisgarh naxal attack  बस्तर के आईजी सुंदरराज ने बताया कि जवान ऑपरेशन पर निकले हुए थे। इसी दौरान नक्सलियों ने अरनपुर के पालनार क्षेत्र में जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी से उड़ा दिया है। मौके पर दो एम्बुलेंस को रवाना किए जाने की खबर है। नक्सलियों के हमले का पैटर्न बिल्कुल भी नहीं बदला है। जब जवान नक्सलियों के इलाके में आए तो घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया।

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2 साल पहले जवानों पर BGL दागा था, 22 जवान शहीद हुए थे

3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ा में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद और 35 से ज्यादा घायल हुए थे। इन पर 350 से 400 नक्सलियों ने हमला किया था। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में BGL (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागा गया था। साथ ही DRG, CRPF, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे।

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किया था राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण

कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण किया था। जवान के पास से भी हथियार लूट लिए थे। इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने अपने TCOC के दौरान वारदात को अंजाम दिया था। बाद में जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।