हाथियों का आतंक! रातभर जाग रहे ग्रामीण, वन अमला भी परेशान, सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद

दरअसल,  केरेगांव वन परिक्षेत्र के बनबगौद, कुम्हडा, मकरदोना, खडादाह सहित आधा दर्जन गांवो के जंगल में चार हाथी घूम रहे हैं...जो खेतो में लगे धान सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं....जिससे इलाके के किसान काफी परेशान हैं।

हाथियों का आतंक! रातभर जाग रहे ग्रामीण, वन अमला भी परेशान, सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद
Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: September 9, 2022 12:30 pm IST

धमतरी/बलरामपुर। जिला हाथियों के लिए पंसददीदा जगह बन गया है….लेकिन किसानों के लिए हाथी मुसीबत बन गए हैं….कुकरेल क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवो में हाथियों व्दारा सौ एकड से ज्यादा खेत में लगे धान फसल को नुकसान पहुंचा चुके हैं….जिसकी भरपाई की मांग किसान अब वन विभाग और जिला प्रशासन से कर रहे हैं। इधर बलरामपुर में हाथियों के आंतक से ग्रामीण रतजगा करने पर मजबूर हैं।

दरअसल,  केरेगांव वन परिक्षेत्र के बनबगौद, कुम्हडा, मकरदोना, खडादाह सहित आधा दर्जन गांवो के जंगल में चार हाथी घूम रहे हैं…जो खेतो में लगे धान सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं….जिससे इलाके के किसान काफी परेशान हैं।

किसानों का कहना कि अब धान फसल में बालिया निकलने वाली हैं .ऐसे में हाथियों द्वारा नुकसान किया जा रहा है जिससे उनको काफी नुकसान होगा….किसानों  का कहना है कि हाथियों को खेतो में जाने से रोकने के लिए वन विभाग द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है….साथ ही नुकसान को लेकर मुआवजा भी कई किसानांे को नहीं मिल पाता।

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वहीं वन विभाग का कहना है कि विभाग के कर्मचारियों के हडताल में चले जाने के कारण से नुकसान का आंकलन नहीं हो पाया था….वहीं अभी कर्मचारियों को नुकसान का सर्वे कर मुआवजा प्रकरण बनाने के लिए कहा गया है….इसके अलावा केरेगांव वन परिक्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवो में मुनादी करा कर लोगांे को जंगल नहीं जाने हिदायत दी गई है….और हाथियों की लगातार निगरानी टीम द्वारा किया जा रहा है।

इधर बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अलखडीहा, कौडू माकड़ एवं दुप्पी में ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं। हाथियों के आतंक से ग्रामीण भयभीत हैं वहीं फॉरेस्ट की टीम रात भर इन इलाकों में मुनादी कराती रही और ग्रामीणों को जंगल जाने से मना करते रहे।

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जिले के तीन स्थानों पर हाथियों का दल विचरण कर रहा है एक दल में दो हाथी है जो काफी खतरनाक हैं और उन्होंने दुप्पी में एक आदमी की जान भी ले ली है इसके अलावा 30 हाथियों का दल 10 शावकों के साथ सेवारी गांव के पास घूम रहा है वहीं 15 हाथियों का तीसरा दल रामचंद्र पुर क्षेत्र में घूम रहे हैं।

हाथियों ने अभी तक लगभग 20 हेक्टेयर से अधिक धान और मक्के की फसल को नष्ट कर दिया है,, डीएफओ खुद इन इलाकों का भ्रमण कर रहे हैं और रात भर फॉरेस्ट की टीम ग्रामीणों को एक स्थान से दूसरे स्थान में शिफ्ट करने में लगी हुई थी ताकि और कोई जनहानि ना हो सके।फारेस्ट के अधिकारियों ने कहा कि हाथी भोजन की तलाश में गांव के करीब पहुंच रहे हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com