Dhamtari News: अपने ही पैसों के लिए भटक रहे अन्नदाता, दो साल से दफ्तरों का चक्कर काट रहे किसान
Food providers wandering for their money अपने ही पैसों के लिए भटक रहे अन्नदाता, दो साल से दफ्तरों का चक्कर काट रहे किसान
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Food providers wandering for their money: धमतरी। साल 2021 में किसानो ने सहकारी समितियों के माध्यम से ज्यादा दर पर डीएपी खाद खरीदा था। वहीं बाद में अंतर की राशि किसानो को लौटाने की बात कही गई थी, लेकिन दो साल बाद भी धमतरी के किसानो को उनका पैसा वापस नही मिला है। ऐसे में किसानो को दफ्तरो का चक्कर काटना पड रहा है।
डीएपी खाद में सब्सिडी किया था समाप्त
दरअसल साल 2021 में केन्द्र सरकार ने डीएपी खाद में सब्सिडी को समाप्त कर दिया था। जिसके कारण से किसानो को 18 सौ रूपये प्रति बोरी के हिसाब से किसानो को सहकारी समितियों से डीएपी खाद खरीदना पडा। वहीं, किसान संगठनो के विरोध के बाद केन्द्र सरकार ने वापस सब्सिडी देने का फैसला किया और जिन किसानो ने 18 सौ रूपये के मान से खाद खरीदा था। उन्हे अंतर राशि वापस देने की बात कही गई थी।
जांच के बाद होंगे पैसें वापस
किसानो का कहना है कि अंतर राशि को वापस पाने के लिए दो साल से सरकारी दफ्तरो का चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद भी अब तक अंतर की राशि नही मिली है। बहरहाल सहकारी समिति का कहना है कि इस मामले जांच के बाद किसानो का रकम वापस किया जायेगा।

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