एडमिशन की मारामारी! कहीं कॉलेज में प्रवेश के लिए धांधली का आरोप, तो कहीं खाली पड़ी हैं सीटें

बोडला नगर पंचायत में स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में कॉलेज प्रबंधन पर एबीवीपी का आरोप है कि एमए प्रथम वर्ष भर्ती प्रक्रिया में कम प्रतिशत वाले छात्रों को भर्ती दिया गया है

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  • Publish Date - September 17, 2022 / 05:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

chhattisgarh college news

chhattisgarh college news: कवर्धा/दुर्ग। इस समय कॉलेजों में प्रवेश का दौर जारी है, इस बीच एबीवीपी के कार्यकर्ताओं सहित तमाम छात्र छात्राओं ने जिले के बोडला नगर पंचायत में स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में कॉलेज प्रबंधन पर एम ए प्रथम वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए कॉलेज के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। वहीं दुर्ग के सांइस कॉलेज में प्रवेश के लिए भटक रहे विद्यार्थियों को के लिए सिर्फ 3 दिन शेष बचा हैं। उच्च शिक्षा विभाग के नए कैलेंडर के हिसाब से एडमिशन 20 सितंबर तक ही दिए जाएंगे।

बोडला नगर पंचायत में स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में कॉलेज प्रबंधन पर एबीवीपी का आरोप है कि एमए प्रथम वर्ष भर्ती प्रक्रिया में कम प्रतिशत वाले छात्रों को भर्ती दिया गया है जबकि ज्यादा प्रतिशत के साथ मेरिट लिस्ट में नाम वाले छात्रों को एडमिशन नहीं दे रहे हैं। 65 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्रों को कॉलेज प्रशासन ने एडमिशन नहीं दिया जबकि सत्ता के दबाव में आकर 50 प्रतिशत लाने वाले छात्रों को भर्ती दिया गया।

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वहीं कॉलेज प्रबंधन द्वारा निश्पक्ष रुप से भर्ती प्रक्रिया होने की बात कही जा रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान विवाद की स्थिति न हो इसके लिए बोड़ला थाना से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।

chhattisgarh college news: दुर्ग में प्रवेश के लिए भटक रहे विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश के लिए सिर्फ 4 दिन शेष बचा हैं। उच्च शिक्षा विभाग के नए कैलेंडर के हिसाब से एडमिशन 20 सितंबर तक ही दिए जाएंगे। इसके बाद प्रक्रिया पूरी तरह से बंद हो जाएगी। इस बीच रविवार को शासकीय कॉलेज बंद रहेंगे। वहीं निजी कालेज खुले रहेंगे, अभी भी शासकीय कॉलेजों की 36 फीसदी सीटें रिक्त हैं, जबकि यह आंकड़ा निजी कॉलेजों में 48 फीसदी है।

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दुर्ग साइंस कॉलेज में इस साल से बीएससी में जियोलॉजी ग्रुप की शुरुआत हुई, लेकिन विद्यार्थियों को यह ग्रुप बैच रास नहीं आया। बीएससी के इंडस्ट्रीयल केमिस्ट्री, गणित ग्रुप की सीटें भी खाली रह गई। बीएससी गणित की 50 फीसदी मोबाइल सीटें रिक्त हैं। जबकि शुरूआत में इस संकाय के लिए ही कटऑफ 95 फीसदी से ऊपर गया था। दुर्ग संभाग से संबद्ध निजी कॉलेजों में एडमिशन का ग्राफ कमजोर है। यहां अभी भी हजारों सीटें खाली पड़ी हुई हैं। यही वजह है कि निजी कॉलेजों ने रविवार को कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है, ताकि एडमिशन के लिए आने वाले छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

कॉलेजों में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने और मेरिट का झंझट नहीं है, सीधे कॉलेज पहुंचकर एडमिशन मिल पायेगा। अब कॉलेजों में एडमिशन के लिए पहले आओ-पहले पाओ के नियम से दाखिले दिए जा रहे हैं। सरकारी व निजी दोनों तरह के कॉलेजों में ही यही स्थिति है। आवेदन फार्म कॉलेज में ही ऑफलाइन उपलब्ध हैं।