Bhilai Digital Arrest News: CBI अफसर बनकर की 54 लाख की ठगी… महिला को वीडियो कॉल पर डराया, लखनऊ से 4 आरोपी गिरफ्तार

CBI अफसर बनकर की 54 लाख की ठगी... महिला Bhilai Digital Arrest News: Fraud of 54 lakhs by posing as a CBI officer... Threatened a woman

  • Reported By: Komal Dhanesar

    ,
  •  
  • Publish Date - June 15, 2025 / 11:34 PM IST,
    Updated On - June 15, 2025 / 11:34 PM IST

Bhilai Digital Arrest News | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • दुर्ग पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट मामले में बड़ी सफलता
  • सीबीआई का अधिकारी बताकर 54 लाख 90 हजार रुपये की ठगी,
  • पुलिस ने मामले में लखनऊ से चार आरोपी गिरफ्तार,

दुर्ग: Bhilai Digital Arrest News: दुर्ग पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में आरोपी ने स्वयं को सीबीआई का अधिकारी बताकर 54 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की थी जिसके बाद पीडित ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी शिकायत मिलते ही डिजिटल अरेस्ट के आरोपियों को धर दबोचने के लिए दुर्ग पुलिस ने टास्क टीम बनाकर आरोपियो की पतासाजी शुरू की थी। और इस आरोपियों का सुराग मिलने के बाद दुर्ग पुलिस ने चार आरोपियो को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।

Read More : Bijapur Naxal Attack: माओवादी हमले पर NIA का बड़ा एक्शन… 17 नक्सलियों पर केस दर्ज, एक गिरफ़्तार, बाकी फरार

Bhilai Digital Arrest News: यह पूरा मामला भिलाई के प्रगति नगर का है। जहाँ नम्रता चन्द्राकर ने नेवई थाने मे लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी कि 29 अप्रैल को अज्ञात कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उनके पिता को वीडियो काल कर जानकारी दी कि उनके केनरा बैंक के अकाउंट में 2 करोड़ ट्रांजेक्सन हुआ है । जिसके लिए सभी सदस्यों की संपत्ति की सारी जानकारी लेकर,गिरफ्तारी का भय दिखाया गया। फिर इस कार्यवाई से बचने के लिए पैसों की मांग की गई ।

Read More : NIA Raid in Bhopal: राजधानी में HUT का नेटवर्क एक्टिव, मोहसिन की गिरफ्तारी के बाद NIA की छापेमारी, कई डिवाइस जब्त

Bhilai Digital Arrest News: आरोपी ने 29 अप्रैल से 29 मई के बीच 54 लाख 90 हजार रू अलग अलग खाते में जमा करा लिए और उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इसके बाद पीड़ित ने अपनी बेटी को सारी कहानी बताई बेटी ने सारी बातें सुनने के बाद जिन नंबरों से उसके पिता को वीडियो कॉल और फोन आया था, उस पर कॉल करने की कोशिश की, तो फोन नहीं लगे और सभी नंबर बंद बताने लगे। इसके बाद नम्रता चंद्राकर को अपने पिता के साथ ठगी होने का एहसास हुआ और उन्होंने नेवई थाने में लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत को नेवई पुलिस ने गंभीरता से लिया।

Read More : Balrampur Rape Case: पहले युवती के साथ की हैवानियत… फिर 5 साल तक की मौज, अब रेप और छेड़छाड़ के मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन

Bhilai Digital Arrest News: आरोपी मोबाइल धारक एवं लाभार्थी के बैंक खाते और जिस बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए उसको लेकर साइबर एक्सपर्ट की मदद ली गई । जिसके बाद दीपक गुप्ता राजेश विश्वकर्मा कृष्ण कुमार और शुभम श्रीवास्तव नामक व्यक्तियों के नाम सामने आए । सभी के अकाउंट यूनियन बैंक के निकले और पतासाजी करने पर पता चला कि सभी म्युल एकाउंट है। इन म्युल खाताधारक को इसके एवज में कमीशन दिया गया था । जिसके आधार पर सभी चारो आरोपी को दुर्ग पुलिस गिरफ्तार कर लखनऊ से दुर्ग ले आई है। तो वहीं स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताने वाला मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

"डिजिटल अरेस्ट" क्या होता है?

डिजिटल अरेस्ट एक साइबर धोखाधड़ी तकनीक है जिसमें साइबर अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर किसी व्यक्ति को डराकर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते हैं।

"डिजिटल अरेस्ट" से कैसे बचें?

किसी भी अनजान कॉल या वीडियो कॉल पर विश्वास न करें, जो खुद को सरकारी एजेंसी से जुड़ा बताए। बैंक या CBI कभी भी कॉल पर पैसे नहीं मांगती।

क्या पुलिस "डिजिटल अरेस्ट" के आरोपियों को पकड़ पा रही है?

हां, इस मामले में दुर्ग पुलिस ने चार आरोपियों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।

"डिजिटल अरेस्ट" में पैसा किस प्रकार ट्रांसफर कराया जाता है?

अपराधी डर और भ्रम फैलाकर पीड़ित से अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाते हैं, जिनमें से अधिकतर म्युल अकाउंट होते हैं।

"डिजिटल अरेस्ट" के शिकार होने पर क्या करें?

तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में रिपोर्ट करें और बैंक को सूचित करें ताकि लेन-देन रोका जा सके।