EOW Raids : छत्तीसगढ़ में 3 जगहों पर EOW की छापेमारी, कवासी लखमा के खास आदमी और सौम्या चौरसिया के निज सहायक पर कसा शिकंजा
EOW raids three locations in Chhattisgarh: बताया जा रहा है कि अवधेश यादव, कवासी लखमा का खास आदमी बताया जा रहा है और कवासी के बेटे हरीश लखमा के इशारे पर पूरे बस्तर संभाग में सरकारी शराब दुकानों से पूर्ववर्ती सरकार के समय शराब सिंडिकेट की शराब की अफरातफरी करने का आरोप है।
- 25 लाख हर महीना कवासी लखमा तक पहुंचाता था अवधेश यादव
- सौम्या चौरसिया का निज सहायक के ठिकानों पर छापा
- झारखंड में 02 ठिकाने और बिहार में 02 ठिकानों पर दबिश
रायपुर: EOW raids three locations in Chhattisgarh, शराब घोटाले मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने तीन राज्यो में करीब 07 ठिकानों पर तलाशी कार्यवाही शुरू की है। मिली जानकारी के अनुसार इस घोटाले से जुड़े कारोबारी अवधेश यादव के रायपुरा देवनगरी सोसाइटी स्थित मकान समेत उसके दो करीबियों के अलावा झारखंड में 02 ठिकाने और बिहार में 02 ठिकानों पर दबिश दी।
बिहार, झारखंड में कारोबारी अवधेश यादव के रिश्तेदारों के घर पर भी EOW की टीम ने दबिश दी है। बताया जा रहा है कि अवधेश यादव, कवासी लखमा का खास आदमी बताया जा रहा है और कवासी के बेटे हरीश लखमा के इशारे पर पूरे बस्तर संभाग में सरकारी शराब दुकानों से पूर्ववर्ती सरकार के समय शराब सिंडिकेट की शराब की अफरातफरी करने का आरोप है।
25 लाख हर महीना कवासी लखमा तक पहुंचाता था अवधेश यादव
बताया ये भी जा रहा है कि अवधेश यादव के द्वारा सिडिंकेट की शराब को दूसरे राज्यों तक पहुंचाने तक का काम किया जाता था। पुख्ता सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कारोबारी अवधेश यादव ही 25 लाख रूपये महीना कवासी लखमा तक पहुंचाता था। EOW इससे जुड़े कांकेर और कोंडागाव के दो सहयोगियों की भी तलाश में जुटी है लेकिन वो फरार बताये जा रहे हैं।
आपको बता दें कि EOW में दर्ज अपराध कमांक 04/2024 के तहत ये छापेमारी कार्रवाई की गई। EOW की इस छापेमारी कार्यवाही के दौरान घोटाले से जुडे महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाईल फोन, इलेक्ट्रानिक उपकरण, संपत्ति संबंधी दस्तावेज एवं नगद रकम जप्त किये गये हैं। जप्त किये गये सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है और संदेहियों/आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही जारी है।
सौम्या चौरसिया का निज सहायक के ठिकानों पर छापा
वही अवैध कोल लेवी वसूली घोटाले मामले में भी EOW ने रेड़ कार्यवाही की है। ये रेड़ कार्रवाई जयचंद कोसले के रायपुर और जांजगीर-चांपा स्थित ठिकानों पर की गई है। EOW से मिली जानकारी के मुताबिक कोसले के बारे में बताया जा रहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव रही सौम्या चौरसिया का निज सहायक रहा है और घोटाले में मुख्य सहयोगी के रूप में काम करता था। जयचंद कोसले द्वारा इस घोटाले से करीब 50 करोड़ रुपये की काली कमाई की गई है।
आरोपी जयचंद कोसले के सेजबहार स्थित अविनाश ग्रीन सिटी स्थित निवास और जांजगीर-चांपा स्थित ठिकानों से घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाईल फोन, इलेक्ट्रानिक उपकरण, संपत्ति संबंधी दस्तावेज जप्त किये गये हैं। जप्त किये गये सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है, साथ ही रायपुर स्थित निवास पर मिले आरोपी जयचंद से पूछताछ की जा रही है और प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
फिलहाल रायपुर के ठिकानों पर दबिश कार्यवाही खत्म हो चुकी है लेकिन बिहार और झारखंड स्थित ठिकानों से टीमें वापस नहीं लोटी हैं।
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