Swa Sahayata Samooh

Swa Sahayata Samooh: स्व सहायता समूह के लिए मछली पालन बना सामुहिक आजीविका का स्त्रोत, अब तक 60 हजार रूपए का हो चुका है आमदनी

Swa Sahayata Samooh: स्व सहायता समूह के लिए मछली पालन बना सामुहिक आजीविका का स्त्रोत, अब तक 60 हजार रूपए का हो चुका है आमदनी

Edited By :  
Modified Date: September 25, 2023 / 06:28 PM IST
,
Published Date: September 25, 2023 6:27 pm IST

जशपुरनगर: Swa Sahayata Samooh छत्तीसगढ़ राज्य आजीविका मिशन बिहान योजना के अंतर्गत् संचालित पत्थलगांव विकासखण्ड के पतरापाली के चमेली स्व सहायता समूह ने मछली पालन को सामुहिक आजीविका का स्रोत बना लिया है। ग्राम पंचायत पतरापाली में कुल 22 समूह है। इसके आधार पर 2 ग्राम संगठन भी बने हैं चमेली स्व सहायता समूह एक संगठित व सक्रिय समूह है। जिसमें अलग-अलग जाति समुदाय के सदस्य सम्मिलित हैं। इस समूह के सदस्य आपस में मिलजुल कर कार्य करते हैं। आवश्यकता पड़ने पर एक दूसरे का सहयोग करने से पीछे नहीं हटते हैं समूह के सदस्यों में अच्छा तालमेल पारदर्शिता होने के कारण समूह प्रगति की ओर है।

Read More: Swami Atmanand Free Coaching: डॉक्टर और इंजीनियर बनेंगे सरकारी स्कूल के बच्चे, स्वामी आत्मानंद फ्री कोचिंग शुरू 

Swa Sahayata Samooh स्व सहायता समूह के द्वारा ग्राम पंचायत में स्थित तालाब में मत्स्य विभाग के समायोजन से तालाब में मछली बीज डाला गया है इसके लिए समय-समय पर आवश्यक जानकारी व मछली हेतु चारा इत्यादि भी दिया जाता है तथा समूह के द्वारा मछली पकड़ने का कार्य स्वयं से किया जाता है। प्रत्येक साप्ताहिक लगने वाली बाजार में मत्स्य की बिक्री कर दी जाती है। इस प्रकार से सामूहिक आमदनी लगभग 60 हजार रुपये हो चुके हैं। समूह भी पूर्ण रूप से आर्थिक रूप से मजबूत व आय के स्रोत में अग्रसर है।

Read More: Weather Update : प्रदेश में तेज बारिश की संभावना…! गरज-चमक के साथ बरसेंगे बदरा, मौसम विभाग ने किया अलर्ट 

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है और स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, बांस की टोकरी निर्माण, बटेर पालन, बाड़ी विकास, साग सब्जी का उत्पादन, राईस मिल, पोल निर्माण, सरसो तेल, हेचरी पालन, सेनेटरी पेड निर्माण सहित अन्य गतिविधियों में शामिल करके समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जिला पंचायत के एनआर.एल.एम. बिहान द्वारा भी स्व सहायता समूह के महिलाओं को सशक्त बानने के उद्देश्य से आर्थिक गतिविधियों में जोड़ने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सके। जिले के विभिन्न विभागों द्वारा भी रीपा के तहत् परिवारों और समूह की महिलाओं को विभाग की योजना से लाभान्वित कर अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनाएंगे आप, इस सर्वे में क्लिक करके बताएं अपना मत

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp