क्या छत्तीसगढ़ में जबरन धर्मांतरण हो रहा है ? क्या 2023 में बनेगा चुनावी मुद्दा ? | Is forced conversion taking place in Chhattisgarh? Will there be an election issue in 2023?

क्या छत्तीसगढ़ में जबरन धर्मांतरण हो रहा है ? क्या 2023 में बनेगा चुनावी मुद्दा ?

क्या छत्तीसगढ़ में जबरन धर्मांतरण हो रहा है ? क्या 2023 में बनेगा चुनावी मुद्दा ?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : October 20, 2021/11:13 pm IST

रायपुर। प्रदेश में क्या वाकई जबरन धर्मांतरण हो रहा है…क्या इसे लेकर कड़े कदम उठाने की जरूरत है…ये सवाल इसीलिए उठ रहा है क्योंकि बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार मुखर होकर राज्य सरकार को घेर रही है…प्रदेश स्तर से लेकर केंद्रीय नेता तक आरोप लगा रहे हैं कि आदिवासी इलाके में सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण हो रहा है..ताजा बयान केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का है..जिन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में योजनाबद्ध तरीके से लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण किया जा रहा है.. जिसपर सीएम भूपेश बघेल ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी को सांप्रदायिकता फैलाने में मास्टरी है..जहां उनकी सरकार नहीं है..वहां इस तरह का प्रोपेगेंडा कर लोगों को भड़काते हैं..

ये भी पढ़ें:फिट हुए बजरंग ने ट्रेनिंग शुरू की, पर सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में नहीं खेलेंगे

छत्तीसगढ़ में सत्ता की लड़ाई अब तक धान, किसान, शराबबंदी और आदिवासियों के हक जैसे मुद्दों पर लड़ी जाती रही है.. लेकिन हाल के कुछ दिनों में बीजेपी ने धर्मांतरण के मुद्दे को जिस जोर-शोर से उछाला है..ये कहना गलत नहीं होगा कि मिशन 2023 में ये बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा.. पहले ईसाई मिशनरियों द्वारा कथित तौर पर धर्मांतरण कराने जाने के मामले को उठाना हो…फिर कवर्धा विवाद को लेकर भी राज्य सरकार को आक्रामक तरीके से घेरने की कोशिश.. साफ लगता है कि बीजेपी इसे चुनावी मुद्दा बनाकर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है..धर्मांतरण पर प्रदेश बीजेपी के बड़े नेता अपने तेवर पहले ही साफ कर चुके हैं…अब छत्तीसगढ़ आने वाले बीजेपी के केंद्रीय नेता भी भूपेश सरकार पर हमला बोलने से नहीं चूकते…दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आए केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि प्रदेश में लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण हो रहा है..आदिवासी इलाकों में जो स्थिति बन रही है उसे नियंत्रित नहीं किया गया तो भविष्य में विवाद बढ़ेगा…।

ये भी पढ़ें:प्रत्यर्पण के खिलाफ दाखिल नीरव मोदी की याचिका पर 14 दिसंबर को होगी सुनवाई

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस और भूपेश सरकार पर हमला बोला ..तो जवाब देने खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सामने आए..और तीखा पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी और RSS को सांप्रदायिकता फैलाने में मास्टरी हासिल है.. जिन राज्यों में बीजेपी सरकार नहीं है, वहां ये ऐसे ही अस्थिरता फैलाने की कोशिश करते हैं..।

ये भी पढ़ें:हाईकोर्ट ने कहा कॉन्ट्रैक्ट है मुस्लिम निकाह, हिंदू विवाह की तरह कोई संस्कार नहीं

धर्मांतरण को लेकर प्रदेश में गरमाई राजनीति के बीच राज्यपाल अनुसूईया उइके भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर जबरन धर्मांतरण की शिकायतों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर चुकी हैं…
बहरहाल धर्मांतरण पर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच एक सच्चाई ये भी है कि 3 साल की भूपेश सरकार ने बीजेपी को कोई ऐसा बड़ा मुद्दा नहीं दिया है जिसे लेकर वो सरकार के खिलाफ आंदोलन खड़ा कर सकें.. यही वजह है कि बीजेपी धर्मांतरण के मामले में सरकार के खिलाफ बड़ा माहौल बनाने की तैयारी में है…लेकिन क्या 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में धर्मांतरण पर वाकई किसी दल को जनता का साथ मिलेगा…ये बड़ा सवाल है !