CG Ki Baat | Photo Credit: IBC24
रायपुर: CG Ki Baat आजादी के आंदोलन से लेकर आजाद भारत के सियासी इतिहास में यात्राओं का बड़ा महत्व रहा है। प्रदेश में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस यात्राओं के जरिए ही माहौल गमाने में जुट चुके हैं। भारत और पाक तनाव के बीच में ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद देश में जो वातावरण है, माहौल है, इसमें बीजेपी सेना के सम्मान में तिरंगा और सिंदूर यात्राएं निकाल रही हैं। तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने केंद्र से लेकर राज्य तक बीजेपी को ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय लूटने वाली पार्टी जताने के लिए प्रयत्न शुरू कर दिए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कुछ इन्हीं आरोपों के साथ संविधान बचाओ यात्रा शुरू कर चुकी है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने अब सीज फायर को लेकर सीधे-सीधे केंद्र को घेरना शुरू कर दिया है।
CG Ki Baat देश के प्रधानमंत्री पर यह तीखा जुबानी वार कर रहे हैं। कहा है कि सिंदूर का सौदा होता रहा और पीएम मोदी चुप रहे। जो अभी आपने सुना और इसके बाद फिर आपने यह भी देखा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुशांत शुक्ला ने उनकी बात पर पलटवार किया। सीजफायर पर केंद्र में बैठी बीजेपी। इससे सीधे-सीधे कांग्रेस पार्टी ने पांच सवाल भी दागे। अब आपको पांच सवाल भी दिखाते हैं।
जाहिर है कि बीजेपी को यह बातें यह सवाल भी नागवार गुजर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को पाक की भाषा बोलने वाला बताया और कांग्रेस का असल चेहरा बताते हुए खुलकर वार किया। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भाजपा और कांग्रेस दोनों ने सेना के सम्मान में कई आयोजन किए। बीजेपी कांग्रेस दोनों ही तिरंगा यात्राएं निकालकर सेना के शौर्य को सलाम कर रही हैं। अब भाजपा महिला मोर्चा सेना के सम्मान में सिंदूर यात्रा निकाल रही है। तय कार्यक्रम के मुताबिक 21 मई तक सभी जिलों में इसका आयोजन होगा। जिसमें भाजपा की महिला पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
सिंदूर यात्रा में महिलाओं ने मांग में सिंदूर भरकर स्त्री शक्ति और पाकिस्तानी आतंकियों के विरुद्ध अपना आक्रोश दर्शाया। इधर बीजेपी की तिरंगा यात्रा पर पीसीसी चीफ ने पहले तो इसे ट्रंप की आभार यात्रा बताते हुए तंज कसा। अब कांग्रेस भी संविधान बचाओ यात्रा का आगाज कर चुकी है। जांजगीर में केंद्र सरकार के खिलाफ संविधान बचाओ यात्रा में पीसीसी प्रभारी सचिन पायलट, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत समेत दिग्गज कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने संविधान बचाओ यात्रा के मंच से बीजेपी और आरएसएस को घेरते हुए इन्हें देश का संविधान खत्म करने वाला बताया।
2024 के आम चुनाव में राहुल गांधी ने संविधान की किताब लहराकर बीजेपी को एक झटका दिया है। अब कांग्रेस फिर संविधान बचाने के नाम पर रैलियां निकाल रही है। जिस पर बीजेपी ने कहा है कि असल में संविधान के साथ किसी ने खिलवाड़ किया तो वह कांग्रेस पार्टी है। मोदी सरकार ने संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर और संविधान दोनों का मान बढ़ाने का काम किया।
साफ है कि भारतपाक तनाव के वक्त एकजुटता का संकल्प दिखाने वाले दल अब खुलकर ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद इसे अपने-अपने चश्मे से जनता को दिखाने में जुटे हैं। प्रदेश में भाजपा की सिंदूर यात्रा और कांग्रेस की संविधान बचाओ यात्रा के बाद सियासी माहौल गमा गया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है क्या देश की महिलाएं और आमजन ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर इन यात्राओं की होड़ से खुद को जोड़ पा रही है?