Jashpur News: छत्तीसगढ़ के इस जिले में बंदरों का आतंक! 3 दिन में 24 लोगों को किया घायल, डर के मारे घरों में कैद ग्रामीण, वन विभाग भी है परेशान

Jashpur News: छत्तीसगढ़ के इस जिले में बंदरों का आतंक! 3 दिन में 24 लोगों को किया घायल, डर के मारे घरों में कैद ग्रामीण, वन विभाग भी है परेशान

  • Reported By: priyal jindal

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  • Publish Date - November 6, 2025 / 04:36 PM IST,
    Updated On - November 6, 2025 / 04:37 PM IST

Jashpur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • जशपुर में बंदर का आतंक,
  • 3 दिन में 24 लोग घायल,
  • गांव में दहशत,

जशपुर: Jashpur News:  जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत सिंगीबहार क्षेत्र में बंदर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों से एक बंदर गांव और आसपास के क्षेत्रों में उत्पात मचा रहा है। अब तक दो दर्जन से अधिक लोग बंदर के हमले में घायल हो चुके हैं जिनमें बच्चे और महिलाएँ भी शामिल हैं।

जशपुर में बंदर का आतंक (Jashpur monkey attack)

फॉरेस्ट विभाग की टीम ने बंदर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया लेकिन वह अब तक पकड़ में नहीं आया। नतीजतन गांव में दहशत का माहौल और बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि बंदर अब घरों में घुसकर रसोई और किचन में रखे भोजन को खा रहा है बर्तन और सामान को बर्बाद कर रहा है। कई घरों में उसने तोड़फोड़ भी की है। लोग दिनभर बंद दरवाजों के पीछे रहने को मजबूर हैं।

3 दिन में 24 लोग घायल (Jashpur incident news)

Jashpur News:  ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द बंदर को पकड़कर जंगल में छोड़ा जाए ताकि गांव के लोग राहत की सांस ले सकें। फिलहाल सिंगीबहार और आसपास के इलाकों में बंदर का आतंक जारी है।

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जशपुर में बंदर का आतंक कब और कहाँ हो रहा है?

जशपुर जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र, सिंगीबहार क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से बंदर गांव और आसपास के इलाकों में उत्पात मचा रहा है।

बंदर के हमले से कितने लोग घायल हुए हैं और स्थिति कैसी है?

अब तक दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं, जिनमें बच्चे और महिलाएँ शामिल हैं। बंदर घरों में घुसकर भोजन और बर्तन बर्बाद कर रहा है।

जशपुर प्रशासन ने बंदर के आतंक को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?

फॉरेस्ट विभाग ने बंदर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया है, लेकिन अब तक वह पकड़ में नहीं आया। ग्रामीण प्रशासन और वन विभाग से उसकी सुरक्षित जंगल में वापसी की मांग कर रहे हैं।