Reported By: Anjay Yadav
,Kondagaon News/Image Source: IBC24
कोंडागांव : Kondagaon News: जनपद पंचायत कोंडागांव के अंतर्गत ग्राम पंचायत पुसावंड में आयोजित ग्रामसभा उस समय हंगामे की भेंट चढ़ गई जब ग्रामीणों ने ग्राम सचिव पर शराब के नशे में सभा में शामिल होने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव न केवल नशे की हालत में सभा में पहुँचे बल्कि जब उनसे पूर्व में हुए कार्यों का लेखा-जोखा और प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी मांगी गई तो वह बहस पर उतर आए।
ग्रामीणों के अनुसार सचिव ने बेहद लापरवाह रवैया अपनाते हुए यह तक कह दिया कि मैं पीकर आया हूँ तो मेरा क्या होगा? ज़्यादा से ज़्यादा मुझे यहाँ से हटा दिया जाएगा। सचिव के इस बयान से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामसभा में मौजूद नोडल अधिकारी और सरपंच ने सचिव के इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को देखते हुए सभा को तत्काल निरस्त करने का निर्णय लिया।
Kondagaon News: ग्रामसभा निरस्त होने से ग्रामीणों में भारी असंतोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामसभा गाँव की सर्वोच्च संस्था होती है, जहाँ विकास कार्यों की समीक्षा और भविष्य की योजनाओं पर निर्णय लिया जाता है। ऐसे में सचिव का यह रवैया न केवल ग्रामसभा की गरिमा को ठेस पहुँचाता है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सचिव के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।