रायपुर: राजधानी रायपुर के माना एसओएस बालिका गृह नामक बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले को अधिकारियों ने दबाकर रखा। इसकी जानकारी महिला और बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को भी नहीं दी। इस मामले को लेकर मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि मुझे भी बच्ची से दुष्कर्म की जानकारी नहीं दी गई। IBC24 के खुलासे के बाद मामले का पता चला। मंत्री ने कहा कि फिर से जांच कराई जाएगी। लापरवाह अधिकारी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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राजधानी रायपुर के माना एसओएस बालिका गृह नामक बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में नया पेंच आ गया है। नाबालिग ने जिस बच्चे को जन्म दिया था उसका और नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले जेल में बंद आरोपित अंजनी शुक्ला का डीएनए मिस मैच हो गया है। यानी कि बच्चे का जैविक पिता कोई और ही है। इससे साफ है कि जो आरोपित जेल में बंद है, उसके अलावा किसी और ने भी नाबालिग से दुष्कर्म किया था।
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बता दें कि माना एसओएस बालिका गृह में 14 साल की नाबालिग से दुष्कर्म हुआ था, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग और बाल संरक्षण इकाई ने इस मामले को दबा कर रखा था। बच्ची जब 6 माह की गर्भवती हो गई तब जाकर पुलिस को जानकारी देकर एफआइआर दर्ज कराई गई लेकिन इस मामले में यह पता लगाने की कोशिश नहीं की गई की इस मामले में और कौन-कौन संल्पित है।