Ring Stuck in Private Part: ‘डॉक्टर’ ने युवक को लिंग में पहनाई अंगूठी और कहा- अब नहीं होगी कोई शिकायत, जानिए किस समस्या के लिए किया ऐसा खतरनाक इलाज

Ring Stuck in Private Part: 'डॉक्टर' ने युवक को लिंग में पहनाई अंगूठी और कहा- अब नहीं होगी कोई शिकायत, जानिए किस समस्या के लिए किया ऐसा खतरनाक इलाज

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  • Publish Date - September 18, 2025 / 02:39 PM IST,
    Updated On - September 18, 2025 / 02:39 PM IST

Ring Stuck in Private Part: 'डॉक्टर' ने युवक को लिंग में पहनाई अंगूठी और कहा- अब नहीं होगी कोई शिकायत / Image: Symbolic

HIGHLIGHTS
  • झोलाछाप डॉक्टर की सलाह
  • मरीज का लिंग सूज गया और उसमें अंगूठी बुरी तरह फंस गई
  • मुश्किल से मिला इलाज

नारायणपुर: Ring Stuck in Private Part झोलाछाप डॉक्टर से इलाज और उनका परामर्श किसी मरीज के लिए किस तरह जी का जंजाल बन सकता है, इसकी बानगी बस्तर संभाग के नारायपुर में देखने को मिली है। एक मरीज अपनी समस्या लेकर झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंचा था लेकिन इस झोलाछाप डॉक्टर ने जो इलाज मरीज को बताया, वह उलटे उसके जान का दुश्मन बन गया।

Ring Stuck in Private Part दरअसल नारायणपुर के जिला अस्पताल में मंगलवार को ओरछा क्षेत्र के जाटलूर गांव के एक पुरुष मरीज ने एक सप्ताह तक दर्द और तकलीफ़ झेलने के बाद अस्पताल पहुंचकर राहत की सांस ली है। जानकारी के अनुसार, मरीज को एक ने हफ़्ते पहले जलन के साथ पेशाब आने, बुखार और सिरदर्द की शिकायत हुई थी। गांव के एक झोलाछाप ने इलाज़ के बजाय मरीज को गुप्तांग में अंगूठी पहनने की सलाह दी।

वहीं, अंगूठी पहनने के कुछ ही दिनों बाद उसका लिंग सूज गया और अंगूठी फंस गई। मरीज को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओरछा ले जाया गया, लेकिन वहां एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण उसे जिला अस्पताल नारायणपुर रेफ़र नहीं किया जा सका। परेशान ल मरीज ने आखिरकार 8 सितम्बर को मोटरसाइकिल से नारायणपुर पहुंचकर ओपीडी में परामर्श लिया।

जिला अस्पताल के डॉ. धनराज सिंह डरसेना और डॉ. शुभम राय ने मामले का परीक्षण किया। लगभग दो घंटे की कठिन मेहनत और आपसी तालमेल के बाद उन्होंने अंगूठी को काटकर मरीज को दर्द से मुक्त किया।

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यह "घटना" कहाँ हुई है?

यह घटना छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में हुई है।

मरीज को क्या "समस्या" थी?

मरीज को पेशाब में जलन, बुखार और सिरदर्द की शिकायत थी।

झोलाछाप डॉक्टर ने "क्या" सलाह दी?

झोलाछाप डॉक्टर ने उसे इलाज के बजाय गुप्तांग में अंगूठी पहनने की सलाह दी।

मरीज को "अस्पताल" पहुँचने में देरी क्यों हुई?

ओरछा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एम्बुलेंस की सुविधा न होने के कारण उसे जिला अस्पताल रेफर नहीं किया जा सका।

अंगूठी "किसने" निकाली?

जिला अस्पताल के डॉ. धनराज सिंह डरसेना और डॉ. शुभम राय ने मिलकर अंगूठी को काटकर निकाला।