Naxal Operation in Chhattisgarh: नक्सलवाद पर बड़ा प्रहार! माओवादियों के बटालियन इलाके में घुसे सुरक्षाबलों के जवान, कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर

नक्सलवाद पर बड़ा प्रहार! माओवादियों के बटालियन इलाके में घुसे सुरक्षाबलों के जवान, Naxal operation in Chhattisgarh: Many Naxalites killed on Sukma Bijapur border

  • Reported By: Raja Rathore

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  • Publish Date - January 9, 2025 / 11:59 AM IST,
    Updated On - January 9, 2025 / 12:03 PM IST

Naxal Operation in Chhattisgarh| Image- IBC24 News

सुकमा: Naxal Operation in Chhattisgarh बस्तर से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से लगातार ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला है। बीतें एक साल में 200 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। हालांकि इस दौरान जवानों को भी नुकसान हुआ है। इसी बीच अब सुकमा जिले से जवानों की एक टुकड़ी को नक्सल ऑपरेशन के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि सुकमा-बीजापुर जिले सीमा पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिलने की खबर है।

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Naxal Operation in Chhattisgarh पुलिस सूत्रों की मानें तो सुकमा-बीजापुर सीमा को नक्सली बटालियन का कोर इलाका माना जाता है। इस इलाके में कई बड़े नक्सली सक्रिय है। नक्सलियों की मौजूदगी की इनपुट के बाद जवानों को ऑपरेशन के लिए भेजा गया है। जवानों की इस संयुक्त टुकड़ी में DRG, कोबरा STF, CRPF के जवान शामिल है। सूत्रों की मानें तो नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे इस ऑपरेशन सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिलने की खबर है। कई नक्सली मारे गए हैं। फिलहाल मुठभेड़ जारी है।

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खबर अपडेट की जा रही है..

सुकमा में नक्सल ऑपरेशन का उद्देश्य क्या है?

सुकमा में नक्सल ऑपरेशन का उद्देश्य नक्सलियों को खत्म करना और इलाके में सुरक्षा स्थापित करना है। यह ऑपरेशन बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों को रोकने के लिए किया जा रहा है।

सुकमा में नक्सल ऑपरेशन में कौन से सुरक्षा बल शामिल हैं?

इस ऑपरेशन में DRG (District Reserve Guard), कोबरा STF (Special Task Force) और CRPF के जवान शामिल हैं।

पिछले एक साल में कितने नक्सली मारे गए हैं?

पिछले एक साल में 200 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं, जो ऑपरेशन की सफलता का संकेत हैं।

नक्सल ऑपरेशन का क्या असर हुआ है?

नक्सल ऑपरेशन के सकारात्मक परिणामों के रूप में सुरक्षाबलों को सफलता मिल रही है, और कई नक्सली मारे जा चुके हैं। इस ऑपरेशन ने नक्सलियों की गतिविधियों पर काबू पाया है।

सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा पर क्यों ऑपरेशन चलाया जा रहा है?

यहां नक्सलियों की सक्रियता अधिक है, और यह इलाका नक्सलियों का कोर क्षेत्र माना जाता है। सुरक्षा बलों का उद्देश्य इस क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी को खत्म करना है।