CM Sai Celebrates Govardhan Puja/ image source: IBC24
CM Sai Celebrates Govardhan Puja: रायपुर: छत्तीसगढ़ में गोवर्धन पूजा का पर्व इस वर्ष और भी खास बन गया, जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास की गौशाला में पूरे विधि-विधान से गौमाता की पूजा की। पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ आयोजित इस पूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गौमाता को खिचड़ी खिलाकर गोसेवा की परंपरा को निभाया और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि, शांति एवं खुशहाली की प्रार्थना की।
CM Sai Celebrates Govardhan Puja/ image source: IBC24
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर गोवर्धन पूजा को प्रकृति, पशुधन और पर्यावरण के प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व बताते हुए कहा कि यह दिन हमें हमारी संस्कृति, परंपरा और प्रकृति से जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह सह-अस्तित्व, प्रकृति के संरक्षण और गौसंवर्धन के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाने वाला पर्व है।
CM Sai Celebrates Govardhan Puja: पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने गौशाला में कार्यरत गौसेवकों को मिठाई खिलाकर उनका सम्मान किया और गौसेवा में उनके योगदान की सराहना की। इस दौरान उन्होंने गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौवंश की देखरेख में किसी प्रकार की कमी न रहे। गौसेवकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौशाला में चारे, पानी और चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति की आत्मा है, जो न केवल ग्रामीण जीवन और कृषि से जुड़ी है, बल्कि हमारे आर्थिक और आध्यात्मिक जीवन का भी अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि गाय, अन्न और धरती का सम्मान करना दरअसल उस मातृशक्ति को प्रणाम करना है, जिससे जीवन की उत्पत्ति और समृद्धि होती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार गोसेवा को ग्रामीण विकास का मूल आधार बनाकर कार्य कर रही है, ताकि परंपरा और प्रगति दोनों का समावेश हो सके।
CM Sai Celebrates Govardhan Puja: बगिया (जशपुर) स्थित मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में भी मुख्यमंत्री साय ने सपरिवार गोवर्धन पूजा की। इस अवसर पर उनकी माता श्रीमती जसमनी देवी साय, धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। पूजा के बाद उन्होंने गोवर्धन पूजा के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए भगवान श्रीकृष्ण की उस लीला का स्मरण किया, जिसमें उन्होंने गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों को प्रलयकारी वर्षा से बचाया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व हमें सिखाता है कि जब समाज एकजुट होता है और सामूहिक सहयोग की भावना से कार्य करता है, तब कोई भी आपदा हमें तोड़ नहीं सकती। गोवर्धन पूजा हमारे लिए आस्था का प्रतीक होने के साथ-साथ चेतना, कर्तव्य और सामाजिक एकता का संदेश भी है।
इन्हें भी पढ़ें :-