Reported By: Rajesh Raj
,NH Goel World School Annual Function। Image Credit: IBC24
रायपुर। NH Goel World School Annual Function: हिंदी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता पद्मश्री अनुपम खेर की मौजूदगी में आज एनएच गोयल वर्ल्ड स्कूल का वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस मौके अनुपम खेर ने स्कूल उत्कृष्ट छात्रों को अवॉर्ड प्रदान किया और मोटीवेशनल स्पीच दी। इस दौरान कार्यक्रम में गोयल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चैयरमैन सुरेश गोयल विशेष रूप से मौजूद रहे। अनुपम खेर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि, ये मेरे लिए काफी खुशी की बात है कि यहां पर मुझे स्कूल के टाइम के सीनियर से मुलाकात हुई। अपने स्कूल टाइम के एनुअल डे को याद करते हुए कहा कि, मैं गरीब परिवार से था मेरे परिवार में 14 लोग थे । बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि, मेरे दादा ने कहा था कि, जब कोई गरीब होता है तो सबसे सस्ती चीज खुशी होती है । बच्चों को सबसे बड़ा डर फेलियर का होता है। बच्चों के मन से फेलयर का डर निकाल दें सारा टेंशन खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, छोटे शहर में सपने देखने का बहुत समय होता है।
अनुपम खेर ने अपने जीवन का अनुभव सुनते हुए कहा कि, फेलियर ने मेरा पीछा नहीं छोड़ा। 27 दिन मैंने मुंबई के रेलवे प्लेटफार्म में रात गुजारी। फेलियर का डर बच्चों से ज्यादा मां बाप को होता है । उन्होंने NH गोयल स्कूल भवन यहां के बच्चों और उनके प्रस्तुत कार्यक्रमों की तारीफ करते हुए कहा कि, NH गोयल का नाम नारायण हरि गोयल होना चाहिए। ये ज्यादा असरकारक होगा। उन्होंने बच्चों से कहा कि,अपने आपको किसी से कम मत समझो, किसी का फिंगरप्रिंट दुनिया में किसी से नहीं मिलता इसका मतलब आप यूनिक है। अभिव्यक्ति 2024 “नृत्यांजन” सिम्फनी ऑफ डांस के आयोजन में अनुपम खेर पहुंचने पर स्कूली बच्चों ने बैंड के साथ मार्च पास्ट करते हुए उनका स्वागत किया। अनुपम खेर बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
NH Goel World School Annual Function: इस कार्यक्रम में अलग-अलग प्रांत पर प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। प्रदर्शनी में विभिन्न प्रदेशों की वेशभूषा से सजे बच्चों को देखकर अनुपम खेर भावविभोर हो गए। इस मौके पर गोयल ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर नरेंद्र गोयल ने शाला के बढ़ते कदम के रूप में ‘खेलो इंडिया” मुहिम के तहत एन. एच. गोयल वर्ल्ड स्कूल के चुने जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि, खेलो इंडिया से शाला के खिलाड़ियों के लिए नए सपने पूरे होने के रास्ते खुल गए हैं। स्कूल एंथम के साथ रंगारंग कार्यक्रम की शुरुवात हुई । शिव स्तुति द्वारा भगवान शिव की स्तुति को प्रकट किया गया। देवी कात्यायनी की कथा देवी कात्यायनी की उत्पत्ति एवं महिषासुर वध को अत्यंत खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया। माटी के महक के माध्यम से मिटटी की भीनी-भीनी खुशबू की भाँति प्रदेश के नृत्यों की महिमा प्रस्तुत की गई। नृत्यम गीत, डांस गाथा, वी केन डांस थ्रू लाइफ, नृत्य मंजिरी तथा डांसिंग इस हीलिंग आदि नृत्य एवं गीतों की रंगारंग प्रस्तुति ने अभिव्यक्ति के इस कार्यक्रम को चार चाँद लगा दिए।