Hareli Tihar in CM House: छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार ‘हरेली’ पर सीएम हाउस में खास आयोजन, कृषि यंत्रों का पूजन, गेड़ी नृत्य, सावन झूला और रामायण पाठ बनेंगे आकर्षण का केंद्र

Hareli tihar in CM House: छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार 'हरेली' पर सीएम हाउस में खास आयोजन, कृषि यंत्रों का पूजन, गेड़ी नृत्य, सावन झूला और रामायण पाठ बनेंगे आकर्षण का केंद्र

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  • Publish Date - July 24, 2025 / 11:27 AM IST,
    Updated On - July 24, 2025 / 11:27 AM IST

Hareli Tihar in CM House: छत्तीसगढ़ के पहले त्योहार 'हरेली' पर सीएम हाउस में खास आयोजन / Image Source: CG DPR

HIGHLIGHTS
  • हरेली पर्व पर मुख्यमंत्री निवास में पारंपरिक अंदाज में आयोजन
  • गेड़ी नृत्य, राउत नाचा और सावन झूला की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण रहेंगी
  • आधुनिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगेगी

रायपुर: Hareli Tihar in CM House छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक आत्मा और कृषि परंपरा से जुड़ा प्रमुख लोकपर्व हरेली तिहार इस वर्ष 24 जुलाई को मुख्यमंत्री निवास में पारंपरिक और उल्लासपूर्ण रूप से मनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष आयोजन में लोकजीवन की विविध रंगतें, सांस्कृतिक विरासत और किसानों के प्रति सम्मान का भाव सजीव रूप में प्रकट होगा। हरेली त्यौहार के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री निवास परिसर को छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति के रंगों से सजाया गया है। पारंपरिक तोरण, हरियाली से सजे द्वार और ग्रामीण शिल्प कला से समृद्ध इस वातावरण में हरेली की वास्तविक आत्मा को अनुभव किया जा सकेगा।

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कृषि यंत्रों की विधिवत पूजा

Hareli Tihar in CM House आयोजन में छत्तीसगढ़ के विविध अंचलों से आए लोक कलाकारों द्वारा गेड़ी नृत्य, राउत नाचा आदि लोकनृत्यों की प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी। सावन की फुहारों के बीच सावन झूला और सवनाही रामायण पाठ दर्शकों के आकर्षण का केंद्र होंगे। यह कार्यक्रम ना केवल एक सांस्कृतिक आयोजन होगा, बल्कि यह प्रदेश की लोकभावना और पारंपरिक धरोहर का जीवंत उत्सव भी होगा।

सावन झूला की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण रहेंगी

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस आयोजन में शामिल होकर कृषि यंत्रों एवं औजारों की पूजा करेंगे, जो हरेली पर्व की मुख्य परंपरा रही है। पारंपरिक से लेकर आधुनिक यंत्रों की एक विस्तृत प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिससे नई पीढ़ी को छत्तीसगढ़ की कृषि परंपराओं और यांत्रिकी प्रगति से परिचय मिलेगा। कार्यक्रम में बच्चों के लिए परंपरागत खेल और लोककला प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही हैं। हरेली तिहार को इस बार केवल एक त्योहार नहीं बल्कि पर्यावरण, परंपरा और प्रगति के मिलन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

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मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशवासियों को हरेली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हरेली पर्व केवल खेती और हरियाली का नहीं, बल्कि हमारे लोकजीवन, परंपरा और प्रकृति के साथ सहअस्तित्व का उत्सव है। हमारी सरकार इस सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। हरेली तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में होने वाला यह आयोजन छत्तीसगढ़ के ग्रामीण लोकसंस्कृति को न केवल संरक्षित करने की दिशा में एक प्रयास है, बल्कि उसे सार्वजनिक जीवन के केंद्र में लाने की प्रेरक पहल भी है।

हरेली तिहार कब मनाया जाता है?

हरेली तिहार हर वर्ष सावन माह की अमावस्या को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह 24 जुलाई को मनाया जा रहा है।

हरेली तिहार का आयोजन मुख्यमंत्री निवास में क्यों किया जाता है?

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह आयोजन छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति और कृषिपरक जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

हरेली तिहार में कौन-कौन सी गतिविधियां होती हैं?

इस पर्व पर कृषि यंत्रों की पूजा, गेड़ी नृत्य, सावन झूला, रामायण पाठ, लोकनृत्य, लोककला प्रदर्शनी और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाता है।

हरेली तिहार में कृषि यंत्रों का पूजन क्यों किया जाता है?

कृषि यंत्रों का पूजन किसानों द्वारा आभार व्यक्त करने और बेहतर फसल की कामना हेतु किया जाता है, जो छत्तीसगढ़ की परंपरा का हिस्सा है।

हरेली तिहार छत्तीसगढ़ में क्यों महत्वपूर्ण है?

हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का पहला पारंपरिक पर्व है, जो राज्य की कृषि, हरियाली और लोकसंस्कृति की गहराई को दर्शाता है।