Raipur Digital Arrest: रिटायरमेंट की पाई-पाई लुटी! रायपुर में महिला से 42 लाख की ठगी, इस केस में फंसाने की धमकी देकर उड़ाए पैसे

Raipur Digital Arrest: रिटायरमेंट की पाई-पाई लुटी! रायपुर में महिला से 42 लाख की ठगी, इस केस में फंसाने की धमकी देकर उड़ाए पैसे

  • Reported By: Sandeep Shukla

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  • Publish Date - September 20, 2025 / 03:18 PM IST,
    Updated On - September 20, 2025 / 03:19 PM IST

Raipur Digital Arrest/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • TRAI अधिकारी बनकर फंसाया,
  • डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाया,
  • रायपुर में महिला से 42 लाख की ठगी,

रायपुर: Raipur News: राजधानी के कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाली एक 72 वर्षीय रिटायर्ड महिला साइंटिस्ट से अज्ञात साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट और ह्यूमन ट्रैफिकिंग में फंसाने की धमकी देकर 42 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़िता इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रो बीएल टेक्नोलॉजी चंडीगढ़ से सेवानिवृत्त हैं और पेंशन व रिटायरमेंट की राशि से जीवन यापन कर रही थीं। Raipur Digital Arrest

जानकारी के अनुसार अज्ञात आरोपियों ने खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया का अधिकारी बताते हुए महिला को कॉल किया। उन्होंने पीड़िता को बताया कि उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में हो रहा है जिसमें थ्रेट कॉल्स और मानव तस्करी शामिल है। इस झूठी कहानी के जरिए महिला को डराया गया कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। डर और मानसिक दबाव में आई महिला को आरोपियों ने वीडियो कॉल पर जांच अधिकारी से भी बात करवाई जो एक और ठग था। उन्होंने महिला को विश्वास दिलाया कि जांच चल रही है और अगर वह सहयोग नहीं करेंगी तो उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है।

Raipur Digital Arrest:  इसी डर से महिला ने अपने एसबीआई बैंक खाते से कुल 42 लाख रुपये अलग-अलग किश्तों में RTGS के माध्यम से आरोपियों द्वारा दिए गए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। घटना के बाद जब महिला को ठगी का अहसास हुआ तब उन्होंने कोतवाली थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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"रायपुर साइबर ठगी 42 लाख रुपये" का मामला कैसे हुआ?

अज्ञात ठगों ने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर एक रिटायर्ड महिला को डराया और उनसे फर्जी जांच के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवा लिए।

क्या "डिजिटल अरेस्ट" असली प्रक्रिया होती है?

नहीं, "डिजिटल अरेस्ट" एक फर्जी और डराने वाला शब्द है जिसका इस्तेमाल साइबर ठग करते हैं। ऐसी कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं होती।

"TRAI अधिकारी बनकर ठगी" करने वालों की पहचान हुई?

फिलहाल आरोपित अज्ञात हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और बैंक खातों को ट्रेस किया जा रहा है।

"RTGS के ज़रिए ट्रांसफर" की गई राशि क्या वापस मिल सकती है?

अगर तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित किया जाए तो कुछ मामलों में राशि रोकी जा सकती है, लेकिन देर होने पर वापस पाना मुश्किल हो सकता है।

"रायपुर साइबर क्राइम से बचाव" कैसे करें?

किसी भी सरकारी अधिकारी या एजेंसी की कॉल पर बिना जांच किए पैसे न भेजें। संदिग्ध कॉल की तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर सूचना दें।