EPFO Latest News: छत्तीसगढ़ के इन कर्मचारियों के खाते में जमा होंगे 61 करोड़ रुपए! हक का पैसा दिलाने EPFO ने लिया बड़ा फैसला

Chhattisgarh Employees will get Rs 61 crore: EPFO की कार्रवाई से बचने के लिए ये संस्थान जल्द ही अपने कर्मचारियों के खाते में पैसे डाल सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश के 1,167 निजी संस्थानों में कार्यरत लाखों कर्मचारियों के खाते में 61 करोड़ से अधिक की राशि जमा हो सकती है।

  • Reported By: Rajesh Raj

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  • Publish Date - July 4, 2025 / 05:09 PM IST,
    Updated On - July 4, 2025 / 05:10 PM IST

Chhattisgarh Employees will get Rs 61 crore, file image

HIGHLIGHTS
  • प्रदेश भर के 1,167 डिफॉल्टर संस्थानों की लिस्ट तैयार
  • राशि जमा नहीं कराई तो सीज होंगे बैंक खाते
  • EPFO की तरफ से इन्हें कई बार चेतावनी भी दी गई

रायपुर: Chhattisgarh Employees will get Rs 61 crore, छत्तीसगढ़ के एक हजार से ज्यादा संस्थान ऐसे हैं। जो अपने कर्मचारियों के हक को खा रहे हैं। ये संस्थान अपने कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ के पास जमा नहीं कर रहे हैं। ये राशि भी कोई दो चार लाख नहीं है। बल्कि 61 करोड़ से ऊपर की है। ईपीएफओ की तरफ से इन्हें कई बार चेतावनी भी दी गई, इसके बाद भी नहीं सुधरे। तो अब इनके खिलाफ विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रदेश भर के 1,167 डिफॉल्टर संस्थानों की लिस्ट तैयार

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर ने प्रदेश भर के ऐसे 1,167 डिफॉल्टर संस्थानों की लिस्ट तैयार की है। इसमें स्कूल, कॉलेज, अस्पताल से लेकर सिक्योरिटी एजेंसी और बिल्डर, समेत कई फैक्ट्री संचालक शामिल हैं। ईपीएफओ की डिफ्लॉटर सूची में सबसे उपर दुर्ग-भिलाई का बड़ा अस्पताल बीएसआर हॉस्पिटल है। इसने अपने कर्मचारियों के हिस्से का 6.66 करोड़ रुपये पीएफ ऑफिस में जमा नहीं कराया है।

दूसरा नंबर पर आइडियास इंक प्राइवेट लिमिटेड

EPFO Latest News, डिफॉल्टर संस्थान की लिस्ट में दूसरा स्थान आइडियास इंक प्राइवेट लिमिटेड है। आईटी सर्विस कंपनी ने अपने कर्मचारियों के 1.64 करोड़ से ज्यादा की राशि पीएफ ऑफिस में जमा नहीं कराई है। तीसरे स्थान पर किरोड़ीमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नाम का कॉलेज है। इसने अपने कर्मचारियों के हिस्से का 1.01 करोड़ रुपये जमा नहीं कराए हैं।

चौथे नंबर प्रतिभा फ्लॉकॉन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड है, जिस पर 38 लाख रुपये से ज्यादा का बकाया है। डी वी प्रोजेक्ट, भिलाई बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, असिया फेब्रीकेशन, कन्नेलाइट फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विस जैसी कंपनियां भी टॉप टेन डिफॉल्टर संस्थाओं की लिस्ट में शुमार हैं। जिनके ऊपर भी अपने कर्मचारियों के हिस्से के लाखों रुपये पीएफ ऑफिस में जमा नहीं करने के आरोप हैं।

राशि जमा नहीं कराई तो सीज होंगे बैंक खाते

Chhattisgarh Employees will get Rs 61 crore, रायपुर ईपीएफ ऑफिस के अधिकारी के मुताबिक, इन्ह संस्थाओं को कई बार वार्निंग लेटर जारी किया जा चुका है, इसके बाद भी इन्होंने राशि जमा नहीं कराई है। क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त, ईपीएफ रायपुर गौरव डोगरा ने बताया कि इसके बाद अब कार्रवाई शुरू की जाएगी। कार्रवाई के दौरान संस्थाओं के बैंक खाते सीज किए जाएंगे। इसके बाद भी पैसे जमा नहीं कराए गए तो इन संस्थाओं की संपत्तियां जब्त की जा सकती है। संस्थाओं के जिम्मेदार की गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

ऐसे में अब माना जा रहा है कि EPFO की कार्रवाई से बचने के लिए ये संस्थान जल्द ही अपने कर्मचारियों के खाते में पैसे डाल सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश के 1,167 निजी संस्थानों में कार्यरत लाखों कर्मचारियों के खाते में 61 करोड़ से अधिक की राशि जमा हो सकती है।

50 डिफाल्टर संस्थाओं की लिस्ट आप नीचे देख सकते हैं —

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EPFO ने किन संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है?

EPFO ने 1,167 डिफॉल्टर निजी संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है, जिन्होंने अपने कर्मचारियों की भविष्य निधि (PF) की राशि जमा नहीं की है। इनमें स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सिक्योरिटी एजेंसियां, बिल्डर और फैक्ट्री जैसे विभिन्न प्रकार के प्रतिष्ठान शामिल हैं।

इन डिफॉल्टर संस्थानों पर कितनी राशि बकाया है?

इन संस्थानों पर कुल ₹61 करोड़ से अधिक की राशि बकाया है, जो उनके कर्मचारियों की PF के रूप में जमा की जानी थी।

टॉप डिफॉल्टर संस्थान कौन-कौन से हैं और उन पर कितना बकाया है?

BSR Hospital (दुर्ग-भिलाई) – ₹6.66 करोड़ Ideas Inc Pvt Ltd (आईटी कंपनी) – ₹1.64 करोड़ Kirodimal Institute of Technology (कॉलेज) – ₹1.01 करोड़ Pratibha Flocon Engineering Pvt Ltd – ₹38 लाख अन्य संस्थान जैसे DV Project, Bhilai Builders Pvt Ltd, Asia Fabrication, Kannelight Facility Mgmt भी लिस्ट में हैं।

EPFO इन डिफॉल्टर संस्थानों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर सकता है?

EPFO ने चेतावनी के बाद अब कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है: बैंक खाते सीज किए जाएंगे भुगतान न होने पर संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं संस्थानों के जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है

इससे कर्मचारियों को क्या लाभ हो सकता है?

यदि संस्थान कार्रवाई से बचने के लिए PF की बकाया राशि जमा करते हैं, तो: लाखों कर्मचारियों के PF खाते में ₹61 करोड़ से अधिक जमा हो सकता है कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित होगा और उन्हें उनका विधिवत हक मिलेगा