Lok Sabha Election 2024: रायपुर। देश में आम चुनाव के 7 में से 4 चरण पूरे हो चुके हैं। दोनों पक्षों के दिग्गज नेताओं की अन्य प्रदेशों में प्रचार की ड्यूटी लगी हुई है। सभी के हिस्से अलग-अलग जिम्मेदारी है। इसी बीच जीत-हार का आंकड़ा क्या होगा? कौन कितनी सीटें जीतेगा? 4 जून के बाद कौन क्या करेगा इस पर बहस गर्माई हुई है। ये दौर और इस दौर में दावे नए नहीं हैं, लेकिन सवाल ये है कि किसके दावे में कितना बल है बहस होगी इसपर।
छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान संपन्न हो चुका है। 4 जून को फायनल रिजल्ट से पहले, जीत-हार को लेकर दावों का दौर अब भी माहौल को गर्मा रहा है। प्रदेश में सत्तासीन भाजपा का दावा है कि प्रदेश की सभी 11 सीटों पर उसकी जीत होगी, तो विपक्षी कांग्रेस का दावा है कि इस बार के चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति 2019 लोकसभा चुनाव से बेहतर ही होगी। दोनों पार्टियों में इस बात को लेकर भी तंज कसे जा रहे हैं कि किस पक्ष का नेता 4 जून के बाद क्या करेगा। छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM अरुण साव ने तो यहां तक कह दिया कि 4 जून को छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी ढूंढें नहीं मिलेंगे तो मंत्री राम विचार नेताम का दावा है कि भाजपा का स्कोर 11 बटे 11 यानि 100 फीसद रहेगा।
भाजपा नेताओं के बयान पर कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा छत्तीसगढ़ में भाजपा मुगालते में ना रहे, नसीहत दी की प्रदेश बीजेपी के नेता धरातल पर रहें। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने तंज कसा कि पहले 400 पार का नारा लगाने वाली बीजेपी अब इसे नहीं दोहरा रही है। बैज का दावा है कि पाटन, कोंटा और भिलाई में उप-चुनाव होना तय है क्योंकि वहां के मौजूदा विधायक, जो कि 24 में कांग्रेस प्रत्य़ाशी बन के मैदान में उतरे वो जीतकर संसद पहुंच रहे हैं।
Lok Sabha Election 2024: वैसे चुनावी मैदान में प्रतिद्वंदियों बीच ना तो दावों का सिलसिला नया है और ना ही रिजल्ट के बाद कौन क्या करेगा वाली बहस। जनता ने अपना फैसला EVM में दर्ज कर दिया है, इंतजार 4 जून तक सभी को करना ही है। सवाल ये है कि जीत के दावों से कौन फिलहाल अपना दिल बहला रहा है और कौन ठोस फीडबैक के आधार पर बात कर रहा है…?