Chhattisgarh Ki Baat: ‘किसने लगाए उद्योग..किसने किया ‘गड्ढा’? किसके दावे में कितनी सच्चाई?.. साय सरकार के नई उद्योग नीति पर आमने-सामने पक्ष-विपक्ष

बीजेपी का दावा है कि वो केंद्र और राज्य डबल इंजन सरकारों के साथ 2047 के विकसित भारत के लिए, निवेश और रोजगार आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने तेजी से काम कर रहे हैं। सवाल ये कि क्या वाकई छत्तीसगढ़ को पिछली कांग्रेस के वक्त उद्योगों को लेकर डेंट लगा है ? या फिर मौजूदा बीजेपी सरकार के आने का बाद उद्योग के नीति के बावजूद, उद्योग यूनिट्स बंद हुई हैं?

  •  
  • Publish Date - March 1, 2025 / 11:40 PM IST,
    Updated On - March 1, 2025 / 11:40 PM IST

Chhattisgarh Ki Baat IBC24 News MP-CG

HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ उद्योग विवाद: साय सरकार ने कांग्रेस पर लगाया गड्ढे खोदने का गंभीर आरोप
  • बीजेपी-कांग्रेस में टकराव: उद्योग नीति पर दावे-प्रतिदावे, निवेश और रोजगार पर बहस तेज
  • क्या साय सरकार में बढ़े उद्योग? विपक्ष बोला—एक भी नया उद्योग नहीं खुला

Chhattisgarh Ki Baat IBC24 News MP-CG: रायपुर: प्रदेश में साय सरकार प्रधानमंत्री के विकसित भारत विजन 2024 के लिए, निवेश और रोजगार लाने के मकसद से नई उद्योग नीति लाई है। सत्तापक्ष का दावा है कि नई उद्योग नीति लाने के बाद, कैसे उद्योंगों की संख्या बढ़े, इस पर एक्शन शुरू हो चुका है, लेकिन साथ ही साय सरकार में उद्योग मंत्री ने पिछली कांग्रेस सरकार पर एक गंभीर आरोप लगाकर सियासी माहौल गर्मा दिया। प्रदेश के उद्योग मंत्रीजी का आरोप है कि कांग्रेस काल में उद्योग के नाम पर गड्ढे हुए। असल काम का दौर तो अब चल रहा है। जवाब में कांग्रेस ने फौरन आरोप दोहराया कि नई उद्योग नीति के बावजूद जमीन पर उद्योग आए नहीं, बल्कि कई चलते उद्योग बंद हुए।

Read More: Janjgir-Champa Big Incident: जांजगीर में ‘मौत की बारात’.. 11केवी तार की चपेट में आया धुमाल, एक ग्रामीण की दर्दनाक मौत

चुनाव निटपने के बाद, प्रदेश की साय सरकार अपना दूसरा बजट लाने की तैयारी में है। दूसरी तरफ प्रदेश के बजट को किसने बर्बाद किया, किसके शासनकाल में कितने उद्योग लग पाए और किसके शासनकाल में ज्यादा उद्योग बंद हुए। इसपर बहस छिड़ गई है। शनिवार को राजधानी में इंडस्ट्री डायलॉग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के उद्योग मंत्री लखन लाव देवांगन ने प्रदेश में उद्दयोगों की दुर्दशा के लिए पिछली कांग्रेस सरकार पर ठीकरा फोड़ा। मंत्री लखन देवांगन का कहना है कि भूपेश सरकार ने राज्य के उद्योगो को के लिए गढ्ढा खोदा। अब बीजेपी सरकार उन्हीं गड्ढों को पाटने में लगी है। देवांगन ने दावा किया कि इन्हीं प्रयासों की बदौलत, उद्योगपति अब फिर छत्तीसगढ़ में निवेश को आने लगे हैं।

Chhattisgarh Ki Baat IBC24 News MP-CG: इधऱ, विपक्ष ने उद्योग मंत्री आरोपों को खारिज करते उल्टे सरकार को घेरा। उन्होंने याद दिलाया कि प्रदेश में पहले 15 साल बीजेपी की ही सरकार थी। इससे पहले नेता विपक्ष डॉ महंत ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सरकार को ये कहते हुए घेरा कि साय सरकार नई उद्योग नीति का दम भरती है जबकि हकीकत ये है कि साय सरकार बनने के बाद बीते साल एक भी नया उद्योग नही खुला। पिछली बीजेपी सरकारों के दौरान भी कई मिनी स्टील प्लांट बंद हुए हैं।

Read More: Himani Narwal Murder Case: कांग्रेस की महिला नेत्री की हत्या!. सूटकेस के भीतर से बरामद हुई लाश, राहुल गांधी की यात्रा में हुई थी शामिल..

बीजेपी का दावा है कि वो केंद्र और राज्य डबल इंजन सरकारों के साथ 2047 के विकसित भारत के लिए, निवेश और रोजगार आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने तेजी से काम कर रहे हैं। सवाल ये कि क्या वाकई छत्तीसगढ़ को पिछली कांग्रेस के वक्त उद्योगों को लेकर डेंट लगा है ? या फिर मौजूदा बीजेपी सरकार के आने का बाद उद्योग के नीति के बावजूद, उद्योग यूनिट्स बंद हुई हैं?

छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति क्या है?

छत्तीसगढ़ सरकार ने नई उद्योग नीति लागू की है, जिसका उद्देश्य राज्य में निवेश आकर्षित करना और रोजगार के अवसर बढ़ाना है।

क्या नई उद्योग नीति से छत्तीसगढ़ में नए उद्योग स्थापित हुए हैं?

सरकार का दावा है कि नई नीति के तहत उद्योगों की संख्या बढ़ाने पर काम हो रहा है, लेकिन विपक्ष का आरोप है कि अभी तक कोई नया बड़ा उद्योग नहीं खुला।

कांग्रेस और बीजेपी के शासनकाल में उद्योगों की स्थिति कैसी रही?

बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस सरकार के दौरान उद्योगों की स्थिति खराब हुई, जबकि कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी शासन में भी कई उद्योग बंद हुए थे।