Special Intensive Revision in CG: बिहार के तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी होगा SIR!.. इस दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री ने दिया बड़ा बयान, आप भी पढ़ें

ज्यसभा में कार्यवाही शुरू होने के बाद सिटिंग सांसद शिबू सोरेन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। सांसदों ने उनके सम्मान में मौन रखा। इसके बाद सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए सस्पेंड कर दिया।

  •  
  • Publish Date - August 5, 2025 / 10:31 AM IST,
    Updated On - August 5, 2025 / 10:31 AM IST

Special Intensive Revision in Chhattisgarh || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ में भी SIR लागू होने की आशंका
  • बिहार में 65 लाख वोटर्स के नाम कटे
  • संसद में SIR मुद्दे पर भारी हंगामे के आसार

Special Intensive Revision in Chhattisgarh: रायपुर: इन दिनों देशभर में बिहार में कराये गये एसआईआर की जमकर चर्चा है। सड़क से संसद तक इस मामले को लेकर देश की सियासत में उबाल आ गया है।

READ MORE: Shibu Soren Death News: रांची के आवास में रखा गया पूर्व सीएम शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर, श्रद्धांजलि देने उमड़ा लोगों का हुजूम 

छत्तीसगढ़ में भी मतदाता सूची का पुनरीक्षण?

संसद के मानसून सत्र का अधिकतम कार्यदिवस बिहार में कराये गये मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे की ही भेंट चढ़ गया। विपक्ष जहां इसे वोटबंदी बताकर मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से गायब करने का आरोप लगा रही है तो दूसरी तरफ चुनाव आयोग और सरकार ने एसआईआर के तहत मृत, प्रवासी और अवैध मतदाताओं के नाम लिस्ट से अलग करने का दावा कर रही है। आज संसद सत्र के 12वें दिन भी संसद में इसी मुद्दे पर हंगामे के आसार है।

बहरहाल इस गतिरोध के बीच पूर्ववर्ती छत्तीसगढ़ सरकार में खाद्य मंत्री रहें अमरजीत सिंह भगत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि, बिहार में 65 लाख वोटर्स के नाम काट दिए गए है। इसी तरह 2028 के चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में भी मतदाताओं का नाम काटे जाने की तैयारी है। आज जो बिहार में हुआ वह छत्तीसगढ़ में न होनिसके लिए सजग रहना होगा। हम भाजपा के मंसूबे को सफल होने नहीं देंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि, सभी को प्रजातंत्र की रक्षा के लिए सामने आना होगा।

पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर पलटवार

वही अमरजीत सिंह भगत के दावों पर मौजूदा कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने पलटवार किया है। कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि, कांग्रेस मृत लोगों का वोट डलवाकर जीतती थी। कांग्रेस ने मान लिया है कि 2028 में उनकी हार तय है। मंत्री नेताम ने कहा कि, बांग्लादेश, पाकिस्तान में बस गए उसका भी वोट डलवाते थे। फर्जी वोटिंग का दंश हम झेल रहे है।

आज संसद में हंगामे के आसार

Special Intensive Revision in Chhattisgarh: संसद के मानसून सत्र का मंगलवार को 12वां दिन है। दोनों सदनों में सुबह 11 बजे से कार्यवाही शुरू होगी। इस दौरान फिर दोनों सदनों में बिहार में वोटर्स लिस्ट रिवीजन (SIR) के मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनडीए (NDA) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे। यह बैठक लंबे समय बाद हो रही है और इसमें बीजेपी के साथ गठबंधन के सांसद शामिल होंगे।

वहीं, सरकार लोकसभा में नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, 2025 और नेशनल एंटी-डोपिंग एक्ट (अमेंडमेंट) बिल 2025 को पेश कर सकती है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि अगर विपक्ष इसी तरह कामकाज रोकता रहा तो सरकार को अपने जरूरी बिल पास करवाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

इससे पहले सोमवार को लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बिहार में SIR के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद स्पीकर ने पहले 2 बजे तक और फिर मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।

READ ALSO: Train Cancelled in Chhattisgarh: त्यौहार के बीच छत्तीसगढ़ में रद्द रहेगी 26 एक्सप्रेस समेत 30 ट्रेनें.. यात्रा से पहले जरूर देख लें रेलवे का टाइमटेबल

Special Intensive Revision in Chhattisgarh: वहीं, राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होने के बाद सिटिंग सांसद शिबू सोरेन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। सांसदों ने उनके सम्मान में मौन रखा। इसके बाद सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए सस्पेंड कर दिया।

प्रश्न 1: एसआईआर (SIR) क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

उत्तर: SIR यानी Special Intensive Revision एक विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य मृत, प्रवासी या फर्जी मतदाताओं के नाम सूची से हटाना होता है।

प्रश्न 2: क्या छत्तीसगढ़ में भी SIR लागू किया जाएगा?

उत्तर: फिलहाल ऐसा कोई आधिकारिक आदेश नहीं है, लेकिन पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने आशंका जताई है कि 2028 के चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में भी SIR के जरिए वोटर्स के नाम काटे जा सकते हैं।

प्रश्न 3: SIR पर विपक्ष और सरकार की क्या राय है?

उत्तर: विपक्ष SIR को वोटर लिस्ट से नाम काटने की साजिश बता रहा है, जबकि सरकार और चुनाव आयोग इसे मतदाता सूची को शुद्ध करने की प्रक्रिया बता रहे हैं।