Naxal Mukt Chhattisgarh: बड़ेसट्टी गांव बना बस्तर का पहला नक्सल मुक्त गांव, मिलेगा 1 करोड़ रुपए का इनाम, खुद अमित शाह ने किया ऐलान

Naxal Mukt Chhattisgarh: बड़ेसट्टी गांव बना बस्तर का पहला नक्सल मुक्त गांव, मिलेगा 1 करोड़ रुपए का इनाम, खुद अमित शाह ने किया ऐलान

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  • Publish Date - April 18, 2025 / 02:57 PM IST,
    Updated On - April 18, 2025 / 03:46 PM IST

Naxal Mukt Chhattisgarh: बड़ेसट्टी गांव बना बस्तर का पहला नक्सल मुक्त गांव / Image Source: IBc24

HIGHLIGHTS
  • बड़ेसट्टी गांव बना छत्तीसगढ़ का पहला नक्सल मुक्त गांव
  • गांव को मिलेगा ₹1 करोड़ का विशेष विकास फंड
  • बस्तर पण्डुम उत्सव को मिलेगा राष्ट्रीय दर्जा

सुकमा: Naxal Mukt Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। नक्सल मुक्त बस्तर अभियान के तहत जहां एक ओर आतंक का पर्याय बन चुके नक्सलियों को जवानों की टीम ढेर कर रही है तो दूसरी ओर सरकारी की नक्सल पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सैकड़ों की संख्या में नक्सली सरेंडर भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज सुकमा जिले के बड़ेसट्टी गांव के 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। 11 नक्सलियों के सरेंडर करने के बाद बड़ेसट्टी गांव छत्तीसगढ़ का पहला नक्सल मुक्त गांव बन गया है।

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Naxal Mukt Chhattisgarh मिली जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के सुदूर में बसे बड़ेसट्टी गांव के 11 नक्सलियों ने आज सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर कर दिया है। बताया जा रहा है कि सभी नक्सलियों ने SP किरण चव्हाण की मौजूदगी में सरेंडर किया है। अब बड़ेसट्टी गांव को गृह मंत्री अमित शाह के ऐलान के अनुसार 1 करोड़ रुपए के विकास कार्य की सौगात दी जाएगी।

बता दें कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय बस्तर दौरे पर आए थे। इस दौरान अमित शाह बस्तर पण्डुम कार्यक्रम में शामिल हुए और बस्तर के लिए कई बड़े ऐलान किए थे। उन्होंने ने अपने उद्बोधन में बस्तर पण्डुम को अगले वर्ष से राष्ट्रीय महोत्सव के रूप में मनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि देशभर के आदिवासी जिलों के कलाकारों को इस महोत्सव में आमंत्रित किया जाएगा, और बस्तर की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी।

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर पंडुम उत्सव में अपने उद्बोधन में जनजातीय आराध्य देवताओं को नमन किया। साथ ही महाराजा प्रवीर चंद भंजदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने जल, जंगल, जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी एवं सामाजिक न्याय के प्रतीक बाबू जगजीवन राम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए जीवन समर्पित कर दिया।

वहीं, आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री ने घोषणा की है कि नक्सलमुक्त गांवों को मिलेगा 1 करोड़ रुपए जो गांव नक्सलियों के आत्मसमर्पण में सहयोग करेंगे, उन्हें “नक्सली मुक्त गांव” घोषित कर 1 करोड़ रुपये की विकास निधि दी जाएगी। उन्होंने अपील की कि ग्राम सभा कर गांवों को सरेंडर की प्रक्रिया में आगे लाएं।

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"नक्सल मुक्त गांव किसे कहा जाता है?"

वह गांव जहाँ सभी सक्रिय नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हों या निष्क्रिय हो गए हों और अब वहाँ कोई नक्सली गतिविधि न हो।

"बड़ेसट्टी को नक्सल मुक्त गांव कैसे घोषित किया गया?"

11 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद, SP किरण चव्हाण की मौजूदगी में यह गांव "नक्सल मुक्त" घोषित हुआ।

"नक्सल मुक्त गांव को क्या लाभ मिलता है?"

केंद्र सरकार द्वारा ₹1 करोड़ की विकास निधि दी जाती है और गांव में प्राथमिकता से विकास कार्य होते हैं।

"क्या अन्य गांव भी नक्सल मुक्त बन सकते हैं?"

हाँ, ग्राम सभाएं अगर सरेंडर प्रक्रिया में सहयोग करती हैं तो वे भी नक्सल मुक्त घोषित हो सकते हैं और उन्हें भी विकास फंड मिलेगा।

"सरेंडर करने वाले नक्सलियों को क्या मिलता है?"

सरकार की पुनर्वास नीति के तहत उन्हें सुरक्षा, रोजगार, आर्थिक सहायता और समाज में पुनः स्थापित होने के अवसर मिलते हैं।