Raigarh News: तमनार में JPL को आवंटित कोल ब्लॉक का विरोध, धरने पर बैठे 14 गांव के ग्रामीण, आर्थिक नाकेबंदी का किया ऐलान

Raigarh News: जनसुनवाई के विरोध में ग्रामीणों ने आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान कर दिया है। तमनार के सीएचपी चौक में बड़ी संख्या में ग्रामीण धरने पर बैठे हुए हैं।

Raigarh News: तमनार में JPL को आवंटित कोल ब्लॉक का विरोध, धरने पर बैठे 14 गांव के ग्रामीण, आर्थिक नाकेबंदी का किया ऐलान

raigarh protest, image source: ibc24

Modified Date: December 12, 2025 / 07:34 pm IST
Published Date: December 12, 2025 7:31 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कोल ब्लॉक प्रभावित 14 गांव के ग्रामीण हुए इकट्ठा
  • जनसुनवाई निरस्त करने की मांग
  • खदानों से स्थानीय लोगों की जमीन और जंगल प्रभावित

रायगढ़: Raigarh News, रायगढ़ जिले के तमनार में जेपीएल को आवंटित कोल ब्लॉक के विरोध में ग्रामीण सड़क पर उतर आए हैं। जनसुनवाई के विरोध में ग्रामीणों ने आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान कर दिया है। तमनार के सीएचपी चौक में बड़ी संख्या में ग्रामीण धरने पर बैठे हुए हैं।

कोल ब्लॉक प्रभावित 14 गांव के ग्रामीण हुए इकट्ठा

रायगढ़ के तमनार में जेपीएल को आवंटित कोल ब्लॉक के विरोध में ग्रामीणों ने आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जनसुनवाई निरस्त नहीं होती तब तक वे कोल माइंस के लिए गाड़ियों का परिवहन नहीं करने देंगे। तमनार के सीएचपी चौक में कोल ब्लॉक प्रभावित 14 गांव के ग्रामीण इकट्ठा हुए हैं।

जनसुनवाई निरस्त करने की मांग

Raigarh News, आपको बता दें कि 11 पेलमा सेक्टर 1 कोल ब्लॉक जेपीएल को आवंटित हुआ है, जिसके लिए 3 दिन पहले जनसुनवाई आयोजित की गई थी। ग्रामीणों ने जनसुनवाई निरस्त करने की मांग की थी लेकिन प्रशासन ने दूसरी जगह जनसुनवाई कर दी। ग्रामीण इसी बात का विरोध कर रहे हैं और जनसुनवाई निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।

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खदानों से स्थानीय लोगों की जमीन और जंगल प्रभावित

बता दें कि तमनार में जिंदल पावर लिमिटेड (JPL) को मुख्य रूप से गारे पेलमा सेक्टर-1 (Gare Palma Sector-1) और गारे पाल्मा सेक्टर IV/2 और IV/3 कोल ब्लॉक आवंटित किए गए हैं, जिनके लिए ग्रामीणों का लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है, क्योंकि इन खदानों से स्थानीय लोगों की जमीन और जंगल प्रभावित हो रहे हैं। इन आवंटनों को लेकर जनसुनवाई रद्द करनी पड़ी है और ग्रामीणों ने जमीन न देने की कसम खाई है, जिससे यह मामला एक बड़ा विवाद बन गया है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com