Janjgir Champa News: घर में चल रही थी शादी की तैयारी, अचानक पहुंच गई WCD की टीम, परिजनों के उड़ गए होश

Janjgir Champa News: घर में चल रही थी शादी की तैयारी, Wedding preparations were going on in the house, suddenly the WCD team arrived

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  • Publish Date - February 13, 2025 / 12:05 PM IST,
    Updated On - February 13, 2025 / 12:12 PM IST

Janjgir Champa News. IBC24 File Photo

जांजगीर-चांपाः Janjgir Champa News जिले में एक बार फिर नाबालिग लड़की शादी रुकवाई गई है। बलौदा ब्लॉक के बुड़गहन गांव में महिला एवं बाल विकास ने यह कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार, महिला एवं बाल विकास विभाग ने नाबालिग कन्या का विवाह रोका है। बाल विवाह संबंधी सूचना प्राप्त होते ही महिला एवं बाल विकास की टीम बलौदा के ग्राम बुड़गहन पहुंची, जहां बालिका के घर जाकर उसकी अंकसूची की जांच की गई, तब बालिका की उम्र 17 वर्ष 6 माह मिली।

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Janjgir Champa News बालिका का विवाह 19 फरवरी को निर्धारित था। विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी। विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा बालिका, उसके माता-पिता और स्थानीय लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया। समझाइश के पश्चात स्थानीय लोगों की उपस्थिति में बालिका के माता-पिता की सहमति से बालिका के विवाह को रोका गया।

 

जांजगीर-चांपा में नाबालिग लड़की का विवाह क्यों रोका गया?

नाबालिग लड़की का विवाह बलौदा ब्लॉक के ग्राम बुड़गहन में 19 फरवरी को तय था। महिला एवं बाल विकास विभाग ने लड़की की उम्र 17 वर्ष 6 महीने पाई, जिसके कारण बाल विवाह को रोकने का निर्णय लिया गया।

जांजगीर-चांपा में बाल विवाह रोकने के लिए कौन सी टीम ने कार्रवाई की?

महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने बलौदा के ग्राम बुड़गहन में जाकर नाबालिग लड़की का विवाह रुकवाया और इसके दुष्परिणामों से बालिका और उसके परिवार को अवगत कराया।

बाल विवाह के दुष्परिणाम क्या हैं?

बाल विवाह के दुष्परिणाम में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव, शिक्षा में कमी, और किशोरी के जीवन में आर्थिक असमानता सहित कई अन्य समस्याएं शामिल हो सकती हैं।

जांजगीर-चांपा में क्या विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी?

हां, लड़की का विवाह 19 फरवरी को तय था और विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग ने इसे रोक दिया।

जांजगीर-चांपा में बाल विवाह को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए?

विभाग के अधिकारियों ने लड़की के माता-पिता और स्थानीय लोगों को बाल विवाह के खतरों के बारे में समझाया और उनकी सहमति से विवाह को रुकवाया।