धान 2500 रुपए…बीजेपी को चुनौती! क्या होगा बीजेपी का अगला कदम?
धान 2500 रुपए...बीजेपी को चुनौती! क्या होगा बीजेपी का अगला कदम?What is The Next step of BJP on Paddy Price 2500 Rs
रायपुर: What is The Next step of BJP प्रदेश में धान खरीदी-बिक्री को लेकर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी जहां धान खरीदी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश कर रही है, तो कांग्रेस भी जवाबी पलटवार करने में पीछे नहीं है। इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी को चैलेंज किया है कि अगर वाकई वो किसानों की खुशहाली चाहती है जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहां 2500 रुपए क्विंटल धान खरीदने की घोषणा करे। जाहिर तौर पर कांग्रेस ने नई चुनौती देकर 2023 में होने वाले चुनाव के लिये बीजेपी के सामने संकट खड़ा कर दिया है। 2018 के चुनाव में हार की बड़ी वजह धान का समर्थन मूल्य, बकाया बोनस और कर्जमाफी रही।
What is The Next step of BJP वैसे तो धान और किसान हमेशा से ही छ्त्तीसगढ़ की पॉलिटिक्स में हॉट टॉपिक रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों की राजनीति इसी के इर्द-गिर्द रही है। एक बार फिर दोनों सियासी दल इसी मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं। दरअसल धान खरीदी को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और बीजेपी नेता सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके जवाब में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वाकई वो किसान के सच्चे हितैषी हैं, तो जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है वहां किसानों का धान 25 सौ रुपए में खरीदे। कांग्रेस ने ये भी सवाल पूछा है कि पंजाब और उत्तरप्रदेश सहित जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, उन राज्यों में बीजेपी अपने घोषणा पत्र में 25 सौ रुपए क्विंटल में धान खरीदने की घोषणा क्यों नहीं करती। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी केवल किसानों की हितैषी होने का नाटक करती है, जबकि सच्चाई कुछ और है।
धान खरीदी पर कांग्रेस की चुनौती पर बीजेपी की तरफ से पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मोर्चा संभाला और जवाबी पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार किसानों की हितेषी नहीं बल्कि उन्हें छल रही है। 25 सौ रुपए में धान खरीदने के बदले सरकार किसानों को उनकी बाकी सुविधाओं से वंचित कर रही है।
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छत्तीसगढ़ की आत्मा धान है और प्रदेश में सत्ता, सरकार और सियासत धान से ही जुड़े है। यही वजह है कि धान खरीदी को लेकर विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर दबाव डाल रहा है। दूसरी ओर भूपेश सरकार पिछले 3 सालों से किसानों का धान अपने वादे के अनुसार 25 सौ रुपए क्विंटल में खरीद रही है। ऐसे में अब जब आगामी विधानसभा चुनाव में अब दो साल से भी कम समय बचा है, तो जाहिर सी बात है कि जिसने सही मुद्दे पर दांव खेला, उसकी जीत पक्की। लिहाजा कांग्रेस ने बीजेपी शासित राज्यों को 2500 रुपए में धान खरीदी का चैलेंज देकर नया सियासी दांव खेल दिया है। तो देखना होगा कि बीजेपी का अगला कदम क्या होगा?

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