राहुल गांधी के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने के आरोप में पत्रकार रोहित रंजन हिरासत में, छत्तीसगढ़ पुलिस भी पहुंची थी गिरफ्तार करने
फेक न्यूज फैलाने के आरोप में पत्रकार रोहित रंजन हिरासत में! Zee News Rohit Ranjan on Police Custody on Charge of Spread Fake News
नई दिल्ली: Rohit Ranjan on Police Custody कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने के मामले को लेकर मंगलवार सुबह देश के एक नामी मीडिया संस्थान के पत्रकार रोहित रंजन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। रोहित रंजन रंजन को नोएडा की पुलिस ने उनके घर से हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि पत्रकार रोहित को गिरफ्तार करने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस और नोएडा पुलिस दोनों की टीम पहुंची थी, जिसके चलते दोनों राज्यों की पुलिस के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी। अंतत: नोएडा पुलिस ने रोहित को हिरासत में ले लिया।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
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Rohit Ranjan on Police Custody रोहित रंजन ने मंगलवार सुबह 6.16 बजे ट्वीट करते हुए लिखा कि बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है। क्या ये कानूनन सही है। रोहित ने यह ट्वीट यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी गाजियाबाद और एडीजी जोन लखनऊ को टैग भी किया है।
वहीं यूपी की गाजियाबाद पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ पुलिस एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने इंदिरापुरम पहुंची है तो उन्होंने रोहित रंजन के ट्वीट का जवाब दिया है। गाजियाबाद पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रकरण स्थानीय पुलिस के संज्ञान में है, थाना इंदिरापुरम पुलिस मौके पर है, नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

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इस ट्वीट के जवाब में छत्तीसगढ़ पुलिस ने जवाब देते हुए कहा कि सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी, अब उन्हें सूचित किया जाता है। पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। आपको वास्तव में सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव अदालत में रखना चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने पत्रकार रोहित रंजन के खिलाफ राहुल गांधी का एक फेक वीडियो चलाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि चैनल ने सामग्री वापस ले ली और सार्वजनिक माफी जारी की। पार्टी ने पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौर पर अपने ट्विटर टाइमलाइन से छेड़छाड़ किए गए वीडियो को नहीं हटाने के लिए भी कड़ी फटकार लगाई।


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