रायपुर। बस्तर में हुए नक्सल हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी और 4 जवानों के शहीद होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि झीरम हमले के बाद संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं। दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि हमारे विधायक साथी भीमा मंडावी और चार जवान नक्सली हमले का शिकार हुए हैं। इस पीड़ा को हमसे ज्यादा कौन समझेगा, जिन्होंने अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी एक बड़े नक्सल हमले में खो दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में आदिवासी जनता का विश्वास जीतने के लिए सतत काम कर रही है।
यह भी पढ़ें : नक्सल हमले के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा- 11 अप्रैल को ही होगा बस्तर में मतदान, जोगी कांग्रेस ने की यह मांग
उन्होंने कहा कि इस बात से नक्सली बौखला रहे हैं। यह जघन्य वारदात उनकी इसी बौखलाहट का नतीजा है। हम एक बार फिर दृढ़ता के साथ संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने की अपनी लड़ाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। भूपेश ने कहा कि मैं शीर्ष अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा कर रहा हूं। मैंने अधिकारियों के लिए निर्देश दोहराया है कि नक्सली गोलियों का जवाब उनकी भाषा में ही दिया जाए।