Memu Train Accident Death Toll || Image- IBC24 News Archive
Memu Train Accident Death Toll: बिलासपुर: पिछले महीने के 4 नवंबर को लालखदान के पास मेमू ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर में मरने वालों की संख्या 15 पहुँच गई है। इस हादसे में गंभीर तौर जख्मी हुए बिल्हा के रहने वाले तुलाराम अग्रवाल ने भी दम तोड़ दिया। तुलाराम करीब 45 दिनों तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ते रहें और आख़िरकार हार गए। इस तरह मेमू हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 15 तक जा पहुंची है।
हादसे के बाद रेलवे का बैक-टू-बैक एक्शन जारी है। CRS की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट ने ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम की कई कमियों को उजागर किया है। हादसे की जिम्मेदारी नीचे से ऊपर तक हर स्तर पर तय की जा रही है और सिस्टम सुधार की कवायद के साथ बड़े फेरबदल भी किए जा रहे हैं।
Memu Train Accident Death Toll: दरअसल, 4 नवम्बर को हुए भीषण रेल हादसे के बाद रेलवे एक्शन में है। रेल सुरक्षा आयुक्त (CRS) की रिपोर्ट के आधार पर बिलासपुर के DRM और PCEE समेत कई अधिकारियों को हटाया गया। लोको पायलट का साइको टेस्ट में फेल होने के बावजूद ड्यूटी पर होना, सिग्नल ओवरशूट और सिस्टम की खामियों को हादसे का मुख्य कारण बताया गया।
रिपोर्ट में यह भी उजागर हुआ कि लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट के साइको टेस्ट में फेल होने के बावजूद उन्हें मेमू के परिचालन का जिम्मा सौंपा गया। रेलवे बोर्ड ने DRM और PCEE का ट्रांसफर आदेश जारी किया। इससे पहले इस मामले में प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर सुबोध चौधरी और सीनियर डीओपी मसूद आलम को हटाया जा चुका है। कुल मिलाकर अब तक इस हादसे के सिलसिले में चार वरिष्ठ अधिकारियों का ट्रांसफर हो चुका है।
Memu Train Accident Death Toll: इस कार्रवाई से अलग रेल विभाग ने तय किया है कि, राकेश रंजन बिलासपुर के नए DRM होंगे। राकेश रंजन फ़िलहाल ईस्ट सेंट्रल रेलवे में पदस्थ हैं। तबादले और पोस्टिंग को लेकर रेलवे बोर्ड ने नया आदेश जारी किया है। वही उमेश कुमार का आदेश रद्द कर दिया गया है। पहले DRM राजमल खोईवाल की जगह उमेश कुमार की पोस्टिंग की गई थी। उन्होंने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए उमेश कुमार ने तबादला निरस्त करने की मांग की थी। इस तरह हादसे के बाद यह सबसे बड़ा फेरबदल हुआ है।