कैबिनेट मंत्री का दावा, 105 विधायकों के साथ साबित करेंगे बहुमत, दिग्विजय सिंह फ्लोर टेस्ट पर कर चुके हैं सरेंडर | Cabinet minister claims, will prove majority with 105 MLAs Digvijay Singh has surrendered on floor test

कैबिनेट मंत्री का दावा, 105 विधायकों के साथ साबित करेंगे बहुमत, दिग्विजय सिंह फ्लोर टेस्ट पर कर चुके हैं सरेंडर

कैबिनेट मंत्री का दावा, 105 विधायकों के साथ साबित करेंगे बहुमत, दिग्विजय सिंह फ्लोर टेस्ट पर कर चुके हैं सरेंडर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : March 20, 2020/4:14 am IST

भोपाल । मध्यप्रदेश का सियासी संग्राम जारी है, दिग्विजय सिंह कह चुके हैं कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, वही जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा दावा किया है। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि हमारे पास बीजेपी के कई विधायक हैं, हम 105 विधायकों के साथ बहुमत साबित करेंगे ।

इससे पहले पूर्व सीएम दिग्वजिय सिंह ने फ्लोर टेस्ट के आदेश पर बयान दिया है। उनके मुताबिक आज की तारीख में कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है। दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर 22 विधायकों को कैद कर रखने का आरोप लगाया है। इसलिए उनसे कोई बातचीत ही नहीं हो पाई है। पूर्व सीएम ने मुताबिक जनता ने कांग्रेस को जिताया लेकिन बीजेपी धन के बल पर सत्ता में आना चाहती है। बता दें सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार को आज दोपहर फ्लोर टेस्ट करने के निर्देश दिए हैं। आज फैसला हो जाएगा कि कमलनाथ सरकार रहेगी या नहीं।

ये भी पढ़ें- आज दिन के 2 बजे होगा फ्लोर टेस्ट, कांग्रेस सरकार रहेगी या जाएगी-कुछ…

बता दें कि मध्यप्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फैसले के बाद एक बार​ फिर मध्यप्रदेश में सियासी बवाल मच गया है। कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा-कांग्रेस नेताओं की बैठक लगातार जारी है। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने 16 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं। ये सभी विधायक बेंगलूरु में मौजूद हैं। वहीं, इससे पहले भी स्पीकर प्रजापति ने 6 अन्य विधायकों के भी इस्तीफा स्वीकार किया था। बता दें कि सभी बागी विधायकों ने 10 मार्च को अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था।

ये भी पढ़ें- छलका एनपी प्रजापति का दर्द, कहा- भारी मन से स्वीकार किया विधायकों क…

गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश की सियासत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला सुनाया था। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट कराए जाने का फैसला सुनाया था। इस दौरान कोर्ट ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट हाथ उठाकर करवाया जाएगा। वहीं, बेगलूरु में रह रहे 16 विधायकों को लेकर भी कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा है कि 16 विधायक अगर आना चाहते हैं तो कर्नाटक डीजीपी और मध्यप्रदेश डीजीपी सुरक्षा मुहैया कराएं।

ये भी पढ़ें- स्पीकर एनपी प्रजापति ने मंजूर किया 16 बागी विधायकों का इस्तीफा

वहीं, दूसरी ओर कल होने वाल फ्लोर टेस्ट को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया था। दोनों ही दलों ने अपने विधायकों को सदन में अनिवार्य रूप से सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है।