सोनिया गांधी की घोषणा पर सीएम भूपेश बघेल ने किया ट्वीट, कांग्रेस की विचारधारा ही मानव सेवा

सोनिया गांधी की घोषणा पर सीएम भूपेश बघेल ने किया ट्वीट, कांग्रेस की विचारधारा ही मानव सेवा

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  • Publish Date - May 4, 2020 / 06:32 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

रायपुर । श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च कांग्रेस उठाएगी । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ये बड़ा ऐलान किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद के लिए मदद करेगी । इस संबंध में जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

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सोनिया गांधी की घोषणा पर सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है। सीएम बघेल ने कहा कि ये घोषणा मानव-सेवा की कांग्रेसी विचारधारा और परंपरा को रेखांकित करती है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कोटा से जैसे हम बच्चों को लाए हैं, सरकार और कांग्रेस पार्टी मिलकर सभी मज़दूरों को वापस लाएंगे ।

<blockquote
class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">मज़दूरों के लौटने
का खर्च कांग्रेस पार्टी द्वारा वहन करने की घोषणा माननीय अध्यक्ष सोनिया
गांधी जी ने की है। यह घोषणा मानव-सेवा की कांग्रेसी विचारधारा और परंपरा
को रेखांकित करती है।<br><br>कोटा से जैसे हम बच्चों को लाये
हैं, आगे भी शासन और कांग्रेस पार्टी मिलकर मज़दूरों को वापस लाएंगे। <a

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Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) <a
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4, 2020</a></blockquote>
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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के फैसले के मुताबिक प्रत्येक राज्य की कांग्रेस कमेटी प्रत्येक श्रमिक और प्रवासी मजदूर की रेल यात्रा के लिए जरुरी खर्च उठायेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि श्रमिक व कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए।

सोनिया ने कहा कि 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों श्रमिक व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिए मजबूर हो गए। न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन। उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी।

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सोनिया गांधी ने कहा कि देश और सरकार का कर्तव्य क्या है, आज भी लाखों श्रमिक व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा। दुख की बात यह है कि भारत सरकार व रेल मंत्रालय इन मेहनतकशों से मुश्किल की इस घड़ी में रेल यात्रा का किराया वसूल रहे हैं।

सोनिया गांधी आगे कहा, ‘श्रमिक व कामगार राष्ट्रनिर्माण के दूत हैं। जब हम विदेशों में फंसे भारतीयों को अपना कर्तव्य समझकर हवाई जहाजों से निशुल्क वापस लेकर आ सकते हैं, जब हम गुजरात के केवल एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपये ट्रांसपोर्ट व भोजन इत्यादि पर खर्च कर सकते हैं, जब रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोरोना फंड में 151 करोड़ रु. दे सकता है, तो फिर तरक्की के इन ध्वजवाहकों को आपदा की इस घड़ी में निशुल्क रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते? ‘

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मेहनतकश श्रमिकों व कामगारों की इस निशुल्क रेलयात्रा की मांग को बार बार उठाया है। दुर्भाग्य से न सरकार ने एक सुनी और न ही रेल मंत्रालय ने। इसलिए, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। मेहनतकशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने के मानव सेवा के इस संकल्प में कांग्रेस का यह योगदान होगा।