कांग्रेस ने कहा- राम काज करने को आतुर रहते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

कांग्रेस ने कहा- राम काज करने को आतुर रहते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

  •  
  • Publish Date - November 21, 2019 / 12:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:45 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने प्रदेश सरकार के कैबिनेट द्वारा रामपथ गमन के पचहत्तर स्थानों में से आठ स्थानों का चयन करके उसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है, वह स्वागत योग्य है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस निर्णय से समूचे विश्व के राम भक्तों में हर्षोउल्लास व्याप्त हो गया है।

Read More  news: जब सीएम भूपेश बघेल ने कहा- हे राम !
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रथम चरण में राम वनपथ गमन के सीतामढ़ी हर चौका कोरिया,रामगढ़ सरगुजा,शिवरीनारायण जांजगीर चांपा, तुरतुरिया बलौदाबाजार-भाटापारा, चंद्रपुरी रायपुर, राजिम गरियाबंद,सिहावा (सप्त ऋषि आश्रम) धमतरी एवं जगदलपुर बस्तर को चयनित किया गया है।

Read More news:किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए रायपुर में जुटेंगे कृषि अ…

कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सही अर्थों में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के पथ में चलने वाले भक्तों में से हैं जो बिना आडंबर के राम काज को प्रतिपादित करते है और जिन्होंने अपने अल्प समय के सरकार के कार्यकाल में ही भगवान राम के ननिहाल कौशल प्रदेश छत्तीसगढ़ को समूचे विश्व पटल पर उकेरने का पुनीत काम किया है। भगवान राम की माता कौशल्या देवी का जन्म स्थल इसी छत्तीसगढ़ प्रदेश जिसे सनातन काल में कौशल प्रदेश के नाम से जाना जाता था को माना गया है और भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास में से लगभग 10 वर्ष इसी छत्तीसगढ़ की धरा पर गुजरे हैं।

Read More News:16 प्रधान आरक्षकों को सहायक उपनिरीक्षक बनाया गया, आदेश जारी.. देखिए…

प्रवक्ता विकास तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सदैव राम काज करने के लिए हमेशा आतुर रहते हैं चाहे वह कौशल्या के राम रामलीला मंचन का भव्य कार्यक्रम हो अथवा माता कौशल्या की जन्म तिथि घोषित होने के पश्चात कौशल्या जयंती मनाने की पुनीत घोषणा हो। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इन सभी निर्णय से समूचे विश्व के राम भक्तों में प्रसन्नता व्याप्त हो गई है।

Read More news:दबंगों ने रोका बारात का रास्ता, दलितों को नहीं करने दिया मंदिर में …

<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/4j3J1x76LFw” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>