डॉक्टरों की भी फटी रह गई आंखें, जब अपनी घायल बच्ची को उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंची बंदरिया

डॉक्टरों की भी फटी रह गई आंखें, जब अपनी घायल बच्ची को उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंची बंदरिया

  •  
  • Publish Date - November 7, 2019 / 07:40 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

सीहोर। अस्पताल की गेट पर एक बंदरिया बेजुबान भाषा में आने-जाने वाले लोगों से यह कहती रही कि कोई इसका इलाज करो, इसके जान बचाओ। इस बीच बंदरिया हर शख्स को गुस्सा भी दिखाती रही। इधर इसकी जानकारी मिलते ही जब डॉक्टर्स ने बंदरिया के बच्चे को लेकर जांच की तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। जानवरों की इंसानियत का यह अजीबोगरीब किस्सा सीहोर में देखने को मिला। इस दौरान अस्पताल में डॉक्टर्स, स्टॉफ समेत हर एक इंसान की आंखें नम हो गई थी।

Read more news: एक ही परिवार के चार सदस्यों ने की खुदकुशी की कोशिश, मां और दो मासूम की मौत, पिता गंभीर

दरअसल की पुरानी जेल की दीवार के पास से बिजली की चपेट में आने से बंदरिया के बच्चे की मौत हो गई। यहां 11 केवी की लाइन के पास ही बंदरों का एक झुंड मस्ती कर रहे थे, इस दौरान यह हादसा हो गया। इस बच्चे की मां ने उसे तत्काल घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद जिला चिकित्सालय में ले आई। इस दौरान बंदरिया अपने बच्चे को गोद में लिए गेट पर ही बैठकर अपने बेजुबान भाषा में लोगों से यह कहती रही कि कोई इस इसका इलाज करो, जान बचा लो।

Read more news: खतरे में 1 लाख सरकारी कर्मचारियों की नौकरी, वेतन मद में होगी 7,000 करोड़ की बचत

जिला पशु अस्पताल के स्‍टाफ बंदरिया की इस हरकत को देखकर गोद में से उसके बच्चे को अपने कब्जे में लेकर उसकी जांच की। जिसके बाद पता चला कि बच्चे की मौत हो गई है। इस बात से अंजान बंदरिया को भी ये पता चल गया कि उसका बच्चा उसे छोड़कर चला गया है। इसके बाद बंदरिया अपने मृत बच्चे को लेकर अपने समूह में चली गई। अस्पताल में मौजूद लोगों ने इंसानियत की सच्ची घटना को अपने सामने देख अपने आंसू को रोक नहीं पाए। वहीं, अब इस घटना की चर्चा पूरे शहर में हो रही है।